हमारे लिए आई स्पेशल रेलगाड़ी, खुशी है हम अपने घर पहुंच जाएंगे
आखिर घर पहुंचने का इंतजार खत्म हुआ। हमने पंजीकरण कई दिन पहले कर लिया था। अब बारी थ
आखिर घर पहुंचने का इंतजार खत्म हुआ। हमने पंजीकरण कई दिन पहले कर लिया था। अब बारी थी मैसेज आने की। आखिर वह दिन भी आ गया। हमारे लिए स्पेशल रेलगाड़ी चलने की सूचना मिली तो परिवार का हर सदस्य खुश था। परिवार के सदस्यों के पास फोन करके श्रमिक बता रहे थे चिता न करो अब हम घर के लिए स्पेशल गाड़ी में चल पड़े हैं। कल घर पहुंच जाएंगे।
मधेपुरा निवासी कंचन बोली, मैं अपने पति मुकेश के साथ बैंक कॉलोनी में रह रहीं थी। यहां पर एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। लॉकडाउन ने उनका जीवन ही बदल दिया। घर चलाना ही उनके लिए मुश्किल हो गया था। काम धंधा बंद हो गया था। अगर सब ठीक ठाक होता तो हम घर नहीं जाते। भिवानी तो हमारी कर्म स्थली है।
पूर्णिया निवासी रिकू देवी ने कहा हम दादरी क्षेत्र में काम करते थे। अब मजबूरी में ही घर जा रहे हैं। सरकार ने सही किया जो उनका किराया भी नहीं लगा। इसी प्रकार सुपौल निवासी रूकमणी ने कहा कि सरकार की जितनी तारीफ करें, कम है साहेब। अपने बच्चों के पेट पालने के लिए यहां आए थे, यहां सब सही चल रहा था। लॉकडाउन नहीं लगता तो वे यहां से नहीं जाते। ट्रेन के सवार होने के दौरान प्रवासी श्रमिकों ने हरियाणा सरकार जिदाबाद और जय हो हरियाणा सरकार के नारे लगाए। अधिकारियों ने प्रवासी श्रमिकों पर पुष्प वर्षा की। इस दौरान जिला सांख्यकीय अधिकारी शिवतेज सिंह, रेडक्रास सचिव श्यामसुंदर शर्मा, लेखाधिकारी अशोक कुमार व विकास यशकिर्ती, दादरी नप एक्सईन सुंदर सिंह श्योराण, डीआइओ अमित लांबा सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।