एक नया केस मिला तो एक कोरोना संक्रमित हुआ ठीक
कोरोना संक्रमण को खत्म करने की कड़ी में स्वास्थ्य विभाग लगा है। उ
जागरण संवाददाता, भिवानी : कोरोना संक्रमण को खत्म करने की कड़ी में स्वास्थ्य विभाग लगा है। उसका परिणाम ही है कि पिछले दो दिन से नए मिलने वाले एक्टिव केसों में कमी आई है। शुक्रवार को भी एक मरीज ठीक हुआ तो एक नया कोरोना संक्रमित मिला। वहीं राहत की बात है कि शुक्रवार को कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। जिले में अभी आठ एक्टिव केस बचे हुए हैं।
बता दें कोरोना संक्रमित व्यक्ति को घर पर क्वारंटाइन किया जा रहा है। यदि कोई गंभीर होता है तो उसे ही अस्पताल में भर्ती किया जाता है। एक तरफ दूसरी लहर कम हुई है उसी प्रकार तीसरी लहर की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अभी दूसरी लहर में मिले संक्रमित में आठ एक्टिव केस बाकी हैं। परिणाम भी बेहतर हैं इसी कारण मरीजों की संख्या में कमी आई है। एक्टिव केस में छह केस शहर के तो दो केस गांव के हैं। इनको भी ठीक करने के प्रयास चल रहे हैं। 920 लोगों के लिए सैंपल
स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो जिले में 920 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। सैंपलिग लेने के साथ उनकी जांच भी तेजी से लैब में की जा रही है। इसी प्रकार 620 सैंपल ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। विभाग की तरफ से सैंपल लेने के लिए सिविल अस्पताल के अलावा सीएचसी, पीएचसी में सेंटर बनाए गए हैं। किसी की नहीं हुई मौत
मौत का आंकड़ा थोड़ा रुका है। जिले में शुक्रवार को किसी भी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई। अप्रैल के बाद तेजी से मौत का आंकड़ा बढ़ा था और उसके कारण जिले में एक दिन में 15 से ज्यादा लोगों तक की मौत होने लगी थी। लेकिन अभी मौत के आंकड़ों में गिरावट आई है। अभी तक जिले में 650 लोगों की मौत हो चुकी है। वैक्सीनेशन पर विभाग का जोर
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डाले तो 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने पर जोर दिया जा रहा है। अभी जिले में तीन लाख 59 हजार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। आंकड़ों पर नजर डाले तो एक लाख 41 हजार युवाओं को वैक्सीन लगी है। इसी प्रकार 60 साल से ऊपर के एक लाख से ज्यादा बुजुर्ग को वैक्सीन लग चुकी हैं। बाक्स.
जिले को कोरोना मुक्त करना लक्ष्य है। उस पर प्रयास चल रहे हैं। तीसरी लहर की संभावना के चलते तैयारी की जा रही है। वैक्सीनेशन पर भी जोर है।
- डा. सपना गहलावत, सिविल सर्जन, भिवानी।