सरकारी स्कूल का गेट गिरने से चौथी कक्षा के छात्र की मौत
जागरण संवाददाता, भिवानी : प्रदेश सरकार बच्चों की सुरक्षा व भविष्य सुधारने के बड़े-बड़े दावे
जागरण संवाददाता, भिवानी : प्रदेश सरकार बच्चों की सुरक्षा व भविष्य सुधारने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। बुधवार सुबह गांव भुरटाना में जर्जर हुए प्राथमिक स्कूल का गेट गिरने से हुई चौथी कक्षा के मासूम बच्चे की मौत ने इन दावों की पोल खोल दी है। बच्चे के शव को चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल में लाया गया। बच्चे के पिता ने स्कूल स्टाफ पर लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है।
गांव भुरटाना निवासी महेंद्र ने बताया कि उसके तीन बच्चे थे। तीनों ही बच्चे गांव के राजकीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ते थे। इस स्कूल में बड़ी बेटी 11 वर्षीय मुस्कान छठी कक्षा, 9 वर्षीय छोटा बेटा मोहित पांचवीं कक्षा व सबसे छोटा बेटा 7 वर्षीय रोहित चौथी कक्षा में पढ़ता था। बुधवार को तीनों बच्चे स्कूल गए हुए थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे 7 वर्षीय रोहित स्कूल के गेट से अंदर जा रहा था। इसी दौरान लोहे का गेट उस पर आ गिरा। स्कूल स्टाफ व आस-पास खड़े व्यक्तियों ने लोहे के भारी गेट के नीचे दबे बच्चे को मुश्किल से निकाला, लेकिन तब तक मासूम बच्चे की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना स्कूल स्टाफ ने परिजनों को दी। सूचना मिलते ही बच्चे के पिता महेंद्र ¨सह मौके पर पहुंचे। बच्चे को मृत देखकर पिता की आंखें भर आई। घटना की सूचना मिलते ही बवानीखेड़ा थाना प्रभारी दिलबाग ¨सह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सामान्य अस्पताल पहुंचाया। सालों से जर्जर हालत में था लोहे का गेट
बताया जा रह है कि स्कूल का यह गेट सालों से जर्जर हालत में था। जिस पर नटखट बच्चे हादसे से अनजान होकर इसी गेट पर लटके रहते थे, लेकिन स्कूल स्टाफ ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यही कारण रहा कि बुधवार को यह दर्दनाक हादसा हुआ और एक मासूम बच्चे बच्चे की जान चली गई। त्यौहार के समय मां का अपने लाल उससे जुदा होने पर घर में मातम छाया है तो परिजन सरकार, शिक्षा विभाग को कोसते नहीं थक रहे है। मौलिक शिक्षा अधिकारी ने कहा स्कूल स्टाफ की है बड़ी लारवाही
घटना की सूचना मिलने पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स सामान्य अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में ही स्कूल स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जिला के सभी प्राथमिक स्कूलों में इस तरह की घटना से बचने के लिए आदेश जारी करते हुए जर्जर हुए गेट या दीवारों की रिपोर्ट मांगी गई है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। बच्चे के पिता महेंद्र ने स्कूल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाए जाने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है। बच्चे के पिता द्वारा दिए गए बयान के आधार पर स्कूल स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया गया है। दिलबाग ¨सह, एसएचओ बवानीखेड़ा