ग्रामीण क्षेत्रों में लगेंगे 64 कैटल क्रस, पशुपालकों को मिलेगी सुविधा
जगदीप ¨सह, चरखी दादरी : दादरी जिले के जिन गांवों में पशु अस्पताल नहीं हैं वहां पशुपालन ि
जगदीप ¨सह, चरखी दादरी :
दादरी जिले के जिन गांवों में पशु अस्पताल नहीं हैं वहां पशुपालन विभाग जल्द ही 64 कैटल क्रस लगवाने का कार्य करेगा। गांवों में कैटल क्रस लगने से पशु पालकों को अनेक सुविधाएं मिल सकेंगी। विभाग के अधिकारियों ने इन गांवों की सूची बना कर तैयार कर ली है। जल्द ही सभी गांव कैटल क्रस की सुविधायुक्त होंगे। पहले जहां ग्रामीणों को गांव में ही पशु अस्पताल नहीं होने के कारण अपने पशुओं को दवा और इंजेक्शन लगवाने के लिए साथ लगते अस्पतालों में जाना पड़ता था। अब यह समस्या नहीं रहेगी। बाहर गांव में पशु को इलाज के लिए ले जाने और लाने में पशुपालकों को काफी दिक्कतें होती थीं। पशुपालन विभाग ने इन सभी असुविधाओं को देखते हुए गांवों में कैटल क्रस लगवाने का निर्णय लिया है। इसी के तहत पशुपालन विभाग ने लाखों की कीमत से 64 कैटल क्रस खरीदने का कार्य किया है।
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इन गांवों में लगेंगे कैटल क्रस
पशुपालन विभाग ने कैटल क्रस लगाने के लिए गांव खेड़ी बत्तर, शीशवाला, गोकल, कलाली, झोझू खुर्द, रूदड़ौल, असावरी, आदमपुर, टोडी, निहालगढ़, पातुवास, खेड़ी सनसनवाल, संतोखपुरा, मकड़ानी, कोहलावास, बांस, कासनी, सौंफ, मिर्च, जयश्री, दातौली, नोसवा, छिल्लर, सांकरोड, मालकोष, बौंद खुर्द, रणकोली, भैरवी, साहुवास, पैंतावास खुर्द, अखत्यारपुरा, कमोद, खातीवास, लोहरवाड़ा, फौगाट गोशाला, कपूरी, रावलधी, रामपुरा, ढाणी फौगाट, मोरवाला, लांबा, मैहड़ा, कि¨ष्कधा, कान्हड़ा, जगरामबास, डालावास, माढी हरिया, पंचगांवा, हंसावास खूर्द, हंसावास कलां, सूरजा ढाणी, गो¨वदपुरा, कारीमोद, कारीधारणी, कारी सिरसली, कारी आदू, कारी तोखा, डांडमा, काकड़ौली हुकमी, जीतपुरा,कुब्जानगर, कादमा गोशाला, पंचगांवा गोशाला को सूची में शामिल किया है।
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जिले में ये संख्या है पशुओं की
पशुपालन विभाग द्वारा वर्ष 2012 में की गई गणना के अनुसार लगभग ढाई लाख पशुओं की संख्या मिली।
पशु संख्या
भैस एक लाख 95 हजार
गाय 36 हजार
बकरी 14 हजार
भेड़ 16 हजार
बाक्स: जिले में हैं 29 पशु चिकित्सालय
जिले के गांवों में तैनात लगभग 29 पशु चिकित्सालयों में सभी चिकित्सक साथ लगते गांव में पहुंच कर पशुओं को दवा इत्यादि देने का कार्य करते हैं। वहीं अब हर गांव में कैटल क्रस लगने से इन्हें साथ लगते पशु अस्पताल में नहीं आना होगा।
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समय पर मिलेगा उपचार: डा. जून
पशु पालन विभाग के अधिकारी डा. जसवंत ¨सह जून ने कहा कि अस्पताल के गांवों में कैटल क्रस लगने से पशुओं को आसानी से समय पर उपचार मिल सकेगा। पशुओं को दवा देने, कृत्रिम गर्भधारण करवाने और इंजेक्शन इत्यादि लगवाने के लिए यह कैटल क्रस सुविधा काफी उपयोगी होगी। कैटल क्रस में पशुओं को रख कर आसानी से टैग भी लगाए जा सकेंगे। कैटल क्रस लगवाने वाले सभी गांवों की सूची जारी कर दी है।