57 गलियों का होगा निर्माण, खरीदी जाएंगी नई रेहड़ियां
शहर के मुद्दे इस बार भी वीरवार को हुई नगर परिषद की हाउस बैठक
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर के मुद्दे इस बार भी वीरवार को हुई नगर परिषद की हाउस बैठक से नदारद रहे। नगर परिषद की हाउस बैठक विधायक घनश्याम सर्राफ एवं नप चैयरमेन रण¨सह यादव की अध्यक्षता में नप कार्यलय में हुई। शहर के पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड की समस्या बैठक में रखते हुए गली निर्माण व स्ट्रीट लाइट लगाने में भेदभाव बरतने का आरोप लगाया। बैठक में पुराने मुद्दों पर ही चर्चा की गई। हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे नप कर्मचारियों के वेतन से लेकर उनके अनेक भत्तों तक के मामलों पर हाउस बैठक में चर्चा तक नहीं हुई। नप बैठक में शहर की सरकार के नुमाइंदों को खुद के विकास की ¨चता जाता सताती नजर आई। नंबरदारों का सरकार द्वारा भत्ता बढ़ाए जाने की तर्ज पर ही पार्षदों का मासिक भत्ता दोगुना करने का मामला बैठक में छाया रहा। इसके साथ ही पुराने सामान के रखरखाव की बजाए नई रेहड़ी व अन्य सामान खरीदने पर नप बैठक में सरकार से मोटा बजट मांगने की तैयारी की गई, लेकिन पहले खरीदा गया सामान कहां गया, इस पर ¨चता करने की बजाए पर्दा डालना ही जरूरी समझा गया। बैठक में 57 नई गलियां बनाने, नई रेहड़ी खरीदने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। कई नाराज पार्षद 12 बजे तक बैठक शुरू ना होने पर निराश होकर घर लौट गए। वार्ड नंबर 3 की पार्षद सुशीला पूनिया ने नप चेयरमैन रण¨सह यादव पर भेदभाव बरतने का आरोप लगाते हुए साफ कहा कि केवल वह अपने चहेतों की गलियां बना रहे है वो भी सीसी गलियों को उखाड़ कर ब्लॉक की। विकास कार्यो में भेदभाव का आरोप, महिला पार्षद ने छोड़ी बैठक बैठक में सबसे पहले पार्षदों ने सरकार से उनका मासिक मानदेय दोगुना बढ़ाने की मांग की। यह मुद्दा बैठक में छाया रहा। पार्षदों ने इस मामले में विशेष एजेंडा पास कर सरकार को भेजने पर सुर में सुर मिलाए। बैठक में 57 गलियों के निर्माण करवाए जाने का प्रस्ताव पर भी स्वीकृति की मोहर लगी, लेकिन 31 वार्डों में से कई वार्ड की गलियों को लिस्ट में शामिल ना किए जाने पर कई पार्षद बिफरे हुए नजर आए। एक महिला पार्षद तो बैठक छोड़कर ही वहां से चली आई। सरकार से विकास कार्याें के लिए मांगे दस करोड़ रुपये
चेयरमैन रण¨सह यादव ने प्रस्ताव में नगरपरिषद में 10 करोड़ की राशि की मांग की गई, ताकि शहर में अधूरे कार्यों को जल्द पूरा किया जा सके। मरम्मत की बांट जोह रही रिक्शा रेहड़ी व अन्य साधन पर मामूली खर्च कर ठीक करवाने की बजाए वार्ड की गलियों में कूड़ा उठाने के लिए भी रिक्शा रेहड़ियों की व्यवस्था करने की मांग की गई, जिसमें चेयरमैन ने इसके लिए 7 दिन समय दिया है। अगले सात दिनों में जिस भी वार्ड में कूड़ा उठाने के लिए साधन नहीं है उन्हें उपलब्ध करवा दिया जाएगा। इसके लिए नई रेहड़ी व रिक्शा खरीदने का प्रस्ताव रखा गया। पीएम आवास योजना को सरल बनाने की उठाई मांग
शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो भी बजट आया हुआ है उसे गरीब लोगों तक पहुंचनें में काफी अड़चने आ रही है जिस कारण जरूरतमंद को यह रुपया नहीं मिल पाता। उन कमियों को दूर कर प्रधानमंत्री आवास योजना को सरल बनाया जाए ताकि गरीब लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंच सके।
पार्षदों ने विधायक से कहा, नंबरदारों की तरह बढ़े मानदेय
बैठक में पार्षदों ने एक आवाज में अपने वेतन को बढ़वाने के लिए विधायक से सिफारिश की। पार्षदों ने कहा जिस तरह से नंबरदारों का वेतन 1500 से बढ़ाकर तीन हजार किया गया है उसी तर्ज पर पार्षदों का वेतन भी दोगुना किया जाए। इस अवसर पर उपप्रधान मामनचंद,बिल्लू बादशाह, बलवान ¨सह, आकाश मस्ता, पवन सैनी, सुभाष तंवर, अशोक कुमार,सचिन यादव सहित पार्षद मौजूद थे।नगरपरिषद के अन्य पार्षद भी बैठक में शामिल रहे।
गलियों के निर्माण व स्ट्रीट लाइट लगाने में भेदभाव वार्ड नंबर 3 की पार्षद सुशीला पूनिया ने आरोप लगाया कि नप चेयरमैन द्वारा गलियों के निर्माण में भेदभाव बरता जा रहा है। गलियों के निर्माण की तीन लिस्ट जारी हो चुकी है। कई पार्षदों के वार्ड की 30-30 गलियों को शामिल किया गया है, जबकि उनके वार्ड की एक गली भी नहीं बनाई गई। अब 57 गलियों के टेंडर का प्रस्ताव बैठक में पास किया, इस बार भी उनके वार्ड को वंचित रख दिया गया है। इससे कारण ही बैठक छोड़कर वापस आना पड़ा। इस मामले में उपायुक्त से मुलाकात वार्ड की गलियों का निर्माण करवाया जाएगा। बैठक के बीच में ही पहुंच कर तीन माह के वेतन का उठाया मामला
बेशक नप पार्षदों ने बैठक में कर्मचारियों के एक भी मुद्दे को शामिल न किया हो, लेकिन बैठक में पहुंचे विधायक घनश्याम दास सर्राफ से नप कर्मचारी यूनियन के प्रधान विजय कुमार के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने मुलाकात की। भेदभाव व अनदेखी का आरोप लगाते हुए तीन माह का वेतन जल्द दिलाने व अन्य मांगे पूरी करने की मांग की। इस पर विधायक घनश्याम दास सर्राफ ने तीन दिन के अंदर तीन माह का वेतन दिलाने का भरोसा दिलाया।