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नगर की अनअप्रूव्ड कालोनियों में निर्माण की बांट जो रही 200 गलियां

दादरी नगर के बाहरी क्षेत्र में स्थित विभिन्न वार्डो की दर्जनों गलियां

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:18 AM (IST)
नगर की अनअप्रूव्ड कालोनियों में निर्माण की बांट जो रही 200 गलियां
नगर की अनअप्रूव्ड कालोनियों में निर्माण की बांट जो रही 200 गलियां

सचिन गुप्ता, चरखी दादरी : दादरी नगर के बाहरी क्षेत्र में स्थित विभिन्न वार्डो की दर्जनों गलियां अप्रूव्ड क्षेत्र में न आने के कारण वहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पार्षदों की मांग पर नगर परिषद की हाउस बैठकों में इन गलियों को अप्रूव्ड की श्रेणी में लाने के लिए प्रस्ताव भी पास हो चुका है। प्रस्ताव पास करने के बाद उच्च अधिकारियों के पास भी भेज दिया गया। लेकिन अभी तक ये गलियां नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में नहीं आ सकी है। नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में न होने के कारण इन दर्जनों गलियों में सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है। हालांकि लोगों की मांग पर कुछ गलियों में सीवरेज, पेयजल व बिजली की लाइनें बिछ चुकी है। लेकिन सड़कें न होने से लोगों को दिक्कतें आ रही है।

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गौरतलब है कि लगातार बढ़ रही आबादी के कारण रिहायशी क्षेत्र का विस्तार हो रहा है। पिछले कुछ वर्षो में दादरी व आसपास के क्षेत्र में काफी संख्या में नई कालोनियां बस चुकी है। कुछ वर्ष पहले तक जहां केवल पुराना शहर, बस स्टैंड क्षेत्र, मेन बाजार क्षेत्र आबाद हुआ करता था। वहीं अब इन सबके अलावा लोहारू रोड, चंपापुरी, प्रेम नगर के साथ-साथ काफी क्षेत्र आबाद हो चुका है। ऐसे में अब शहर में करीब 200 गलियां अनअप्रूव्ड की श्रेणी में है। जिसके कारण इन गलियों में सड़क निर्माण के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। 2002 में 16 कालोनी हुई थी अप्रूव

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2002 में तत्कालीन दादरी नगर पालिका के अंतर्गत आने वाली 16 अनअप्रूव्ड कालोनियों को अप्रूव्ड कालोनी की श्रेणी में शामिल किया गया था। उसके बाद से दादरी शहर में किसी कालोनी को अप्रूव नहीं किया गया है। जबकि वर्ष 2002 में दादरी शहर की जनसंख्या करीब 50 हजार थी जो अब बढ़कर लगभग 80 हजार हो चुकी है। वर्ष 2014 में नगर पालिका के अंतर्गत आने वाली चार कालोनियों की एक्सटेंशन को मंजूरी दी गई थी। नप ने शुरू किए थे प्रयास

वर्ष 1980 में दादरी नगर पालिका की सीमा वृद्धि की गई थी। उसके बाद से नगर परिषद की सीमा में कोई विस्तार नहीं किया गया है। जून 2019 में दादरी नगर परिषद ने सर्वसम्मति से बैठक में प्रस्ताव पास कर नगर परिषद की सीमा वृद्धि के प्रयास शुरू किए गए थे। जिसमें शहर की करीब 200 अनअप्रूव्ड गलियों को अप्रूव्ड की श्रेणी में लाने का जिक्र किया गया था। इसी कार्य के लिए कुछ वर्ष पहले ड्रोन से सर्वे करवाकर उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया था। लेकिन उस समय 50 फीसदी से कम आबाद होने के कारण अधिकारियों द्वारा प्रस्तावों को रद कर दिया गया था। प्रेम नगर में 100 गलियां अनअप्रूव्ड क्षेत्र में

दादरी नगर परिषद वार्ड 3 के पार्षद आनंद महराणा ने बताया कि उनके वार्ड में करीब 100 गलियां अनअप्रूव्ड है। उन्होंने बताया कि इन गलियों को अप्रूवड करवाने के लिए कई बार प्रस्ताव पास किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इन गलियों में केवल सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन वार्डों में अनअप्रूव्ड की श्रेणी में हैं दर्जनों गलियां

दादरी नगर परिषद के वार्ड 13, 17, 18 में भी दर्जनों की संख्या में गलियां अनअप्रूव्ड क्षेत्र में आती है। वार्ड 13 के पार्षद प्रतिनिधि सुभाष स्वामी के अनुसार रामबाग से आगे महेंद्रगढ़ बाईपास तक का क्षेत्र अनअप्रूव्ड श्रेणी में है। वार्ड 17 के पार्षद प्रतिनिधि एडवोकेट विक्रम श्योराण ने बताया कि उनके वार्ड में लोहारू चौक से आगे की करीब 15 गलियां अनअप्रूव्ड क्षेत्र में है। जिससे वहां पर सड़कों व अन्य मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। वार्ड 18 के पार्षद कुलदीप गांधी ने बताया कि उनके वार्ड में आठ गलियां अनअप्रूव्ड क्षेत्र में है। इन गलियों में सड़क, सीवरेज, बिजली व पेयजल लाइनें नहीं बिछ सकी है। जल्द मंत्री से मिलेंगे : चेयरमैन

दादरी नगर परिषद के चेयरमैन संजय छपारिया ने बताया कि शहर के अनअप्रूव्ड क्षेत्र में बनी गलियों को अप्रूव्ड की श्रेणी में लाने के लिए जल्द ही शहरी स्थानीय निकाय विभाग मंत्री अनिल विज से मिला जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा इस कार्य के लिए पहले ही प्रपोजल भेजा जा चुका है। ऐसे में नगर पार्षदों को साथ लेकर मंत्री से मुलाकात कर प्रपोजल को स्वीकृति देने की मांग की जाएगी।


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