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खुले पड़ा में 1.81 लाख क्विंटल अनाज, बरसात से बचाव के नहीं प्रबंध

जागरण संवाददाता चरखी दादरी दादरी नई अनाज मंडी में इस सीजन बंपर आवक हुई है। लेकिन उ

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 11:57 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 11:57 PM (IST)
खुले पड़ा में 1.81 लाख क्विंटल अनाज, बरसात से बचाव के नहीं प्रबंध
खुले पड़ा में 1.81 लाख क्विंटल अनाज, बरसात से बचाव के नहीं प्रबंध

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी:

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दादरी नई अनाज मंडी में इस सीजन बंपर आवक हुई है। लेकिन उठान प्रक्रिया धीमी होने के कारण एक लाख 81 हजार क्विंटल गेहूं और सरसों की फसल खुले में पड़ी हैं। कुछ दिन पहले हुई बारिश के कारण खुले में पड़ी अनाज की ढेरियां भीग गई थी। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी मंडी उठान प्रक्रिया में न कोई सुधार हुआ है और न ही मार्केट कमेटी, आढ़तियों की ओर से खुले में पड़े अनाज को बारिश से बचाने के कोई प्रबंध किए गए है। आढ़ती व मार्केट कमेटी दोनों एक-दूसरे में खामियां निकालकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं।

मंडी में बृहस्पतिवार को खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रहा लेकिन ट्रांसपोर्ट सुविधा की बड़ी किल्लत के चलते उठान प्रक्रिया धीमी रही जिसके कारण किसानों व आढ़तियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

गत 17 अप्रैल को क्षेत्र में तेज बारिश हुई थी। करीब एक सप्ताह पहले शाम को हुई इस बारिश के कारण स्थानीय अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे रखा हजारों क्विंटल गेहूं, सरसों की ढेरियां भीग गई थी। जिसके कारण मंडी में तीन दिन खरीद, उठान प्रक्रिया पूरी तरह से ठप रही थी। अनाज भीगने पर मार्केट कमेटी की ओर से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। एक बार फिर मौसम ने करवट ली है जिस पर मौसम विभाग ने दो दिन तक बारिश व आंधी आने का पूर्वानुमान लगाया है। लेकिन स्थानीय अनाज मंडी में पहले की अपेक्षा कई गुणा अनाज मंडी परिसर में खुले आसमान के नीचे पड़ा है। लेकिन आढ़तियों, मार्केट कमेटी, खरीद एजेंसी की ओर से इसे बारिश से बचाने के कोई पर्याप्त साधन मौजूद नहीं है। जिसके कारण यदि मौसम विभाग का अनुमान सटीक बैठता है तो मंडी में एक बार फिर से अनाज का भीगना लाजिमी है। इस संबंध में जब मार्केट कमेटी, आढ़तियों से बात की तो दोनों एक दूसरे के सिर ठिकरा फोड़ अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आए। आढ़ती एसोसिएशन ने कहा कि खरीदे गए अनाज के रख रखाव की जिम्मेदारी उनकी 72 घंटे तक ही है। उसके बाद मार्केट कमेटी, खरीद एजेंसी यदि उठान नहीं करवाती है तो अनाज भीगने पर वे ही जिम्मेदार होंगे। वहीं मार्केट कमेटी की ओर से कहा गया कि जब तक अनाज का उठान नहीं हो जाता उसके रख रखाव की पूरी जिम्मेदारी आढ़तियों को उठानी पड़ेगी।

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ट्रांसपोर्ट की भारी किल्लत

स्थानीय अनाज मंडी में ट्रांसपोर्ट की भारी किल्लत चल रही है। मार्केट कमेटी, आढ़ती एसोसिएशन, खरीद एजेंसी का मानना है कि ट्रांसपोर्ट की पर्याप्त सुविधा न होने के कारण उठान प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। आढ़ती सुनील कुमार, रोशल लाल, भूप सिंह का कहना है कहना है कि उन्हें उठान के लिए वाहन नहीं मिल पा रहे जिसके कारण उन्हें बाहर से अपने स्तर पर वाहनों का इंतजाम कर चार रुपये प्रति बैग के हिसाब से देकर उठान करवा रहे हैं।

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होगी सख्त कार्रवाई: मार्केट कमेटी

मार्केट कमेटी सचिव बंसत कुमार ने कहा कि मंडी में बंपर आवक हुई है। ट्रांसपोर्ट व दूसरे कारणों के चलते उठान धीमी गति से हुआ है जिसके कारण मंडी में काफी मात्रा में अनाज मौजूद है। उन्होंने कहा कि उठान न होने तक अनाज के रख रखाव की जिम्मेदारी आढ़तियों की है और मौसम विभाग द्वारा बारिश के पूर्वानुमान के बाद आढ़तियों को सूचित करते हुए तरपाल आदि खरीदकर अनाज को ढकने के लिए पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दे दिए गए है। यदि अनाज भीगता है तो आढ़तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बाक्स:

हमारी जिम्मेदारी 72 घंटे की : आढ़ती एसोसिएशन

दादरी अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि खरीद के बाद अनाज के रखरखाव की जिम्मेदारी आढ़तियों की 72 घंटे तक की लेकिन 20 दिन पहले खरीदे गए अनाज का भी उठान नहीं हुआ है जिसके कारण मंडी में अनाज की बड़ी ढेरियां मौजूद है जिन्हें तरपाल आदि से नहीं ढका जा सकता।

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उठान में लाई जाएगी तेजी : मैनेजर

हैफेड मैनेजर गोकुल चंद ने बताया कि हैफेड द्वारा खरीदी गई करीब दो लाख क्विंटल सरसों में से 70 हजार क्विटल सरसों अनाज मंडी में रखी हुई है। हैफेड द्वारा खरीदे गए 90 हजार क्विंटल गेहूं में से 50 हजार क्विंटल गेहूं का उठान बकाया है। वहीं हरियाणा वेयर हाउस मंडी परचेजर राजेश ग्रेवाल ने बताया कि वेयर हाउस की ओर से किसानों से 82 हजार 930 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई जिसमें से महज तीन हजार क्विंटल गेहूं का उठान हो पाया है। जल्द ही उठान में तेजी लाई जाएगी।


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