आठ दिनों में शहर में जमा हो गया 1200 टन कचरा, नप रात में चलाएगा सफाई अभियान
जागरण संवाददाता, भिवानी : कचरा-कचरा और कचरा, जहां देखों इन दिनों शहर में कूड़े के ढ
जागरण संवाददाता, भिवानी : कचरा-कचरा और कचरा, जहां देखों इन दिनों शहर में कूड़े के ढेर दिखाई देते हैं। आठ दिन से न केवल सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं, बल्कि नप प्रशासन की वैकल्पिक व्यवस्था भी कर्मचारियों के विरोध की भेंट चढ़ गया। स्थिति यह है कि शहर में करीब 1200 टन कचरा पड़ा गया है। उधर बुधवार सुबह हड़ताली कर्मचारियों ने दादरी रोड स्थित कचरे के प्लाट पर ताला जड़ दिया। शहर के अधिकांश चौराहों पर कचरे के ढेर लगे हैं। बिचला बाजार में जगह-जगह सड़क किनारों पर कचरे के ढेर लगे हैं। जैन चौक से दादरी गेट तक के एरिया का भी कमोबेश ऐसा ही हाल है। दिनोद गेट, पतराम गेट, कृष्णा कालोनी व शहर के अंदरूनी एरिया में भी जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। नगर परिषद प्रशासन की मांग पर उपायुक्त ने शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त 5 ट्रैक्टर, एक जेसीबी व 10 कर्मचारी लगाने की अनुमति दे दी है। यह टीम मंगलवार रात को 11 बजे सफाई करने के लिए जुटी तो हड़ताली सफाई कर्मचारियों ने विरोध किया और जेसीबी संचालक ने कार्य करने से इन्कार कर दिया। नगर परिषद अधिकारियों ने बुधवार रात 11 बजे से 1 बजे तक सफाई अभियान शुरू करने की व्यवस्था करने की तैयारी शुरू कर दी है।
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हिसार व रोहतक जैसे शहरों में हो रही है रात को सफाई
जहां एक ओर पूरे प्रदेश में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, वहीं दूसरी ओर हिसार व रोहतक जैसे शहरों में पुलिस की सहायता से प्रशासन ने रात को सफाई अभियान शुरू कर व्यवस्था दुरुस्त करनी शुरू कर दी है। भिवानी नगर परिषद प्रशासन को भी इस तरह के प्रयासों से सबक लेना चाहिए। गौरतलब है कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को आठवें दिन में प्रवेश करने के बाद भिवानी की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। हड़ताली कर्मचारियों ने साफ तौर पर कहा कि इसके लिए सरकार जिम्मेवार है। उन्होंने तर्क दिया कि एक तरफ तो सरकार कोर्ट का हवाला देकर पक्का किए जाने में अड़चन की बात कर रही है तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के समान काम समान वेतन के निर्णय को प्रदेश के सफाई कर्मचारियों पर लागू न करके दोहरा मापदंड अपना रही है।
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कचरे को यहां-वहां न फेंके
नगर परिषद के सचिव राजेश मेहता ने कहा कि सेक्टरों में तो ज्यादा परेशानी नहीं है। लेकिन शहर के अंदरूनी क्षेत्रों में दिक्कत ज्यादा है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे कचरे को यहां-वहां न फेंके। अपने घरों में ही रखें। नगर परिषद प्रशासन कचरे को घरों से ही उठवा लेगा। राजेश मेहता ने कहा कि हर रोज शहर से करीब 150 टन कचरा निकलता है। शहर में 318 स्थायी सफाई कर्मचारी हैं, जबकि 120 आउटसोर्सिंग से लगाए हुए हैं।