जींद में पकड़े 12 मुन्नाभाई, दूसरे की जगह दे रहे थे परीक्षा
जागरण संवाददाता भिवानी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रदेशभर में संचालित कराई
जागरण संवाददाता, भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रदेशभर में संचालित कराई जा रही सेकंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) पूर्ण विषय अंक सुधार, आंशिक अंक सुधार, री-अपीयर और अतिरिक्त विषय (सामाजिक अध्ययन विषय) और डीएलएड द्वितीय वर्ष (नियमित /री-अपीयर) डी-201-कॉग्निशन, लर्गिन एंड सोसियो-कल्चर कॉन्टेक्स्ट विषय की अक्टूबर-2020 परीक्षा में नकल के 82 मामले दर्ज किए। इसमें 12 केस प्रतिरूपण के दर्ज किए। यह केस जींद में पकड़े गए जो दूसरी की जगह परीक्षा दे रहे थे। उन पर मामला दर्ज करने के आदेश भी जारी कर दिए गए।
बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष प्रो. (डा.) जगबीर सिंह के उड़नदस्ते की ओर से जिला झज्जर व दादरी के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया, जहां परीक्षाएं शांतिपूर्वक चल रही थी। उन्होंने आगे बताया कि बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद के उड़नदस्ते द्वारा जिला जींद के परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया और नकल के 16 केस दर्ज किए गए। इनमें 12 केस प्रतिरूपण के शामिल हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्र राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद-5 एवं परीक्षा केन्द्र राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, डिफेंस कॉलोनी पुलिस लाइन, जींद-7 पर दूसरों की जगह परीक्षा देने वाले 12 मुन्नाभाई पकड़े गए। उन पर एफआइआर दर्ज करने हेतु केन्द्र अधीक्षकों को निर्देश दिए गए तथा वास्तविक परीक्षार्थियों को आगामी परीक्षाओं के लिए वंचित रखने बारे बोर्ड नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि नकल पर अकुंश लगाने के लिए बोर्ड अध्यक्ष के स्पेशल उड़नदस्तों द्वारा सभी जिलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें भिवानी, फरीदाबाद, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, करनाल, पानीपत, रोहतक एवं सोनीपत के परीक्षा केंद्रों में नकल के 34 केस पकड़े। बोर्ड सचिव के स्पेशल उड़नदस्तों द्वारा सभी जिलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें फरीदाबाद, फतेहाबाद, जीन्द, कैथल, सिरसा एवं नूंह के परीक्षा केन्द्रों में नकल के 17 केस पकड़े। उन्होंने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स द्वारा नकल के 8 मामले दर्ज किए गए तथा अन्य उड़नदस्तों द्वारा अनुचित साधन के 7 मामले पकड़े।
उन्होंने आगे बताया कि सेकंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) परीक्षा में लगभग 4535 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए, जिनके लिए प्रदेशभर में स्थापित 29 परीक्षा केन्द्र बनाए गए। इसी प्रकार डीएलएड (नियमित/री-अपीयर) परीक्षा में करीब 16 हजार 686 छात्र-अध्यापक प्रविष्ठ हुए। उनके लिए प्रदेशभर में 87 परीक्षा केन्द्र बनाए गए। यह परीक्षाएं नकल रहित व शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हुई हैं। परीक्षाओं में नकल पर रोक लगाने के लिए बोर्ड के अतिप्रभावी उड़नदस्तों द्वारा प्रदेशभर के केंद्रों पर पूर्ण दबाव बनाए रखा।