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भिवानी जंक्शन पर रेल लाइन के 115 स्लिपर टूटे

भिवानी यहां हजारों यात्रियों की जान जोखिम में है। रेल विभाग है कि बेपर

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 01:13 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 01:13 AM (IST)
भिवानी जंक्शन पर रेल लाइन के 115 स्लिपर टूटे
भिवानी जंक्शन पर रेल लाइन के 115 स्लिपर टूटे

जागरण संवाददाता, भिवानी : यहां हजारों यात्रियों की जान जोखिम में है। रेल विभाग है कि बेपरवाह बना हुआ है। जी हां यहां बात भिवानी जंक्शन की हो रही है। अकेले जंक्शन के प्लेट फार्म नंबर वन के पास से गुजरने वाली रेल लाइन के बीच में लगे 115 स्लिपर टूटे हैं या खस्ताहालत में हैं। जंक्शन से दूर और भी ज्यादा हो सकते हैं। रेल लाइन को एक दूसरे से जोड़े रखने सबसे अहम होती हैं। जागरूक लोगों ने इसके लिए रेल विभाग के अधिकारियों को ट्वीट कर भी जानकारी दी है लेकिन अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है।

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रेलवे के अनुसार भिवानी जंक्शन से हर रोज 42 रेल गाड़ियों का आवागमन होता है। यहां से प्रतिदिन 10 से 12 हजार यात्री यात्रा करते हैं। इन यात्रियों की यात्रा सुविधाजनक तो हो ही इसके अलावा उनकी जान पर बने जोखिम से राहत दिलाने के प्रति भी रेलवे गंभीरता दिखाए। अधिकारियों की लापरवाही कभी बन सकती है बड़े रेल हादसे का कारण

एडवोकेट सूरजचंद ने बताया कि जंक्शन पर ही रेल लाइनों के बीच बने स्लिपर टूटे हैं या जर्जर हालत में है। यहां अधिकारियों की नजर इन पर हर रोज पड़ती है। इसके बाद भी इतनी बड़ी लापरवाही समझ से परे है। उन्होंने रेलवे के आला अधिकारियों को रेलवे में बनी समस्याओं को लेकर ट्वीट भी किया है। लेकिन अभी तक अधिकारी गंभीर नजर नहीं आते। जान जोखिम में डाल कर रेल लाइन के दोनों तरफ रहते हैं यात्री

गाड़ी में सीट लेने की इतनी जल्दी होती है कि यात्रियों को अपनी जान की भी परवाह नहीं होती। जब भी कोई गाड़ी होती है अनेक यात्री प्लेटफार्म छोड़ कर विपरीत दिशा से गाड़ी में चढ़ने का प्रयास करते हैं। ऐसे में दूसरी गाड़ी आ जाए तो जान का खतरा बना रहता है। खास बात यह है कि आरपीएफ भी मौके पर होने के बाद भी इसे अनदेखा कर देती है। इस पर अंकुश लगाने के लिए भी ठोस पहल होनी चाहिए। यात्रियों की सुविधा पर रेलवे पूरा ध्यान दे

जंक्शन पर रेल लाइन के स्लिपर टूटे हैं। यह चिता का विषय है। कभी कोई हादसा हो सकता है। रेलवे को चाहिए कि तुरंत प्रभाव से टूटे स्लिपर बदलवाए। यात्रियों की जान पर जोखिम हो ऐसा हरगिज नहीं होना चाहिए।

महाबीर प्रसाद डालमिया, प्रधान

दैनिक रेल यात्री जन कल्याण संघ

यह इंजीनियरिग डिपार्टमेंट का काम है

यह इंजीनियरिग डिपार्टमेंट का काम है। इसके बारे में उनसे जानकारी ली जाएगी। रेलवे यात्रियों की यात्रा सुगम और सुविधाजनक हो इसके लिए हर संभव प्रयासरत है।

जीके गुप्ता, स्टेशन अधीक्षक

भिवानी।


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