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10 साल बीतने के बाद भी कच्ची है चंपापुरी की गलियां, बढ़ा रोष.....

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय नगर परिषद, प्रशासन, सरकार शहरों में तमाम जन सुविध

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 12:55 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 12:55 AM (IST)
10 साल बीतने के बाद भी कच्ची है चंपापुरी की गलियां, बढ़ा रोष.....
10 साल बीतने के बाद भी कच्ची है चंपापुरी की गलियां, बढ़ा रोष.....

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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स्थानीय नगर परिषद, प्रशासन, सरकार शहरों में तमाम जन सुविधाएं मुहैया करवाने के चाहे कितने भी लंबे चौड़े दावे करें लेकिन आज भी दादरी नगर के कई ऐसे वार्ड हैं जहां की हालत पिछड़े गांव से भी बदतर दिखाई देती है। ऐसी ही स्थिति नगर के वार्ड एक स्थित चंपापुरी क्षेत्र की बनी नजर आती है। यहां कई गलियां ऐसी हैं जिनका आज तक निर्माण नहीं हुआ है। वहां न तो पेयजल की सुविधा है और न ही सीवरेज की। चंपापुरी क्षेत्र की गली नंबर 5, 8 व 9 में जागरण आपके द्वार मुहिम के तहत

जागरण संवाददाता ने मौके पर जाकर देखा कि वर्षों से वहां कोई भी जन सुविधा नहीं है। लोगों का कहना है कि 10 साल बीतने के बाद भी उन्हें सुविधाएं नहीं मिली है। गलियां कच्ची हैं, दूषित पानी के निकास की सीवरेज व्यवस्था नहीं है तथा गलियों के छोर तक पेयजल आपूर्ति की लाइनें भी नहीं बिछ सकी हैं। वार्ड एक चंपापुरी की इन गलियों के लोगों ने बताया कि वो पिछले काफी समय से गलियों को पक्का करने की मांग को लेकर स्थानीय पार्षद से लेकर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लगातार मिल रहे हैं लेकिन कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि रास्तों के पक्का न किए जाने से यहां स्थिति काफी विकट बनी रहती है। मामूली वर्षा होने पर ही आवागमन बंद हो जाता है तथा चारों तरह कीचड़ फैल जाता है। वैसे भी दूषित पानी के निकासी की सीवरेज व्यवस्था न होने से वर्ष भर यहां गंदा पानी रास्तों पर बहता रहता है। ऐसे में न केवल समस्त वातावरण दुर्गधमय बना रहता है बल्कि संक्रामक बीमारियों का भी तेजी से प्रसार हो रहा है। लोगों ने कहा कि उनके साथ पूरी तरह सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। पूरे शहर में सड़कों, गलियों का निर्माण कार्य वर्ष भर चलता रहता है, सीवरेज, पेयजल की लाइनें भी बिछाई जा रही हैं लेकिन चंपापुरी क्षेत्र की उपेक्षा का दौर लंबे समय से जारी है। इसे लेकर यहां के लोगों में रोष व्याप्त है। चंपापुरी की महिलाओं ने अपनी समस्याओं को लेकर दैनिक जागरण को खुलकर अपनी बात कही।

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हालात बने गंभीर : सुनीता

दादरी नगर के वार्ड एक चंपापुरी क्षेत्र निवासी सुनीता देवी ने बताया कि यहां की गई गलियां कच्ची होने से हालात काफी गंभीर बने रहते हैं। गलियों में कीचड़, गंदगी जमा रहती है तथा दिनभर धूल उड़ती है।

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नहीं हो रही सुनवाई : नीलम

नीलम देवी ने कहा कि चंपापुरी के लोग पिछले काफी समय से गलियों को पक्का करने, यहां पेयजल, सीवरेज की सुविधा मुहैया करवाने की मांग करते रहे हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हर बार विधानसभा व परिषद चुनाव में जन सुविधाएं देने के वायदे किए जाते हैं लेकिन बाद में इन्हें भूला देना मानो नियति बन चुकी है।

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फैल रही हैं बीमारियां : सावित्री

सावित्री देवी के अनुसार गलियों में दूषित जल भराव, गंदगी, कीचड़ के चलते इस क्षेत्र में लगातार कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों का तेजी से फैलाव हो रहा है। वर्षा के दिनों में हालात ओर भी विकट बन जाते हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

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विभाग का रवैया उदासीन : गुडडी

गुड्डी देवी ने कहा कि चंपापुरी की कई गलियां कच्ची होने के साथ साथ आज तक उनमें सीवरेज की लाइनें भी नहीं बिछाई गई हैं। इससे यहां दूषित पानी के निकास की समस्या बनी रहने के साथ साथ हालात काफी विकट बनते जा रहे हैं।

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गांव से बदतर हालात : आशा

महिला आशा देवी के अनुसार दादरी शहर के चंपापुरी क्षेत्र की हालत किसी पिछड़े गांव से भी बदतर बनी हुई है। वर्षो से यहां रहने के बाद भी आज तक पेयजल, सीवरेज, सड़कों जैसी जन सुविधाएं मुहैया नहीं करवाई जा सकी हैं।

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विभाग कर रहा है देरी : पार्षद प्रतिनिधि

दादरी नगर परिषद के वार्ड एक के पार्षद प्रतिनिधि जय¨सह लांबा ने कहा कि चंपापुरी की उक्त गलियों के निर्माण के एस्टीमेट बनाए जा चुके हैं। परिषद निर्माण कार्य को शुरू करवाने को तैयार है। निर्माण से पहले यहां सीवरेज व पानी की लाइनें बिछाना जरूरी है। इसकी भी मंजूरी मिल चुकी है लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग विलंब कर रहा है। प्रयास किया जा रहा है शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू किया जा सके।


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