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छह साल से पानी की समस्या, सीवर जाम होने से नहीं हो पा रही गंदे पानी की निकासी

शहर के वार्ड 22 की महावीर पार्क व गोवर्धन कालोनी में करीब छह साल से पेयजल समस्या बनी हुई है। इन दोनों कालोनियों की कई गलियों में अब तक पानी की पाइप लाइन ही नहीं है। साथ ही इन दोनों कालोनियों में सीवर की समस्या भी विकराल है। बरसात के समय तो कालोनियों की गलियों में डेढ़ से दो फीट तक पानी भर जाता है। ड्रेनेज सिस्टम तो यहां है ही नहीं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 11:44 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:44 PM (IST)
छह साल से पानी की समस्या, सीवर जाम होने से नहीं हो पा रही गंदे पानी की निकासी
छह साल से पानी की समस्या, सीवर जाम होने से नहीं हो पा रही गंदे पानी की निकासी

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के वार्ड 22 की महावीर पार्क और गोवर्धन कालोनी में करीब छह साल से पेयजल समस्या बनी हुई है। इन दोनों कालोनियों की कई गलियों में अब तक पानी की पाइप लाइन ही नहीं है। साथ ही इन दोनों कालोनियों में सीवर की समस्या भी विकराल है। बरसात के समय तो कालोनियों की गलियों में डेढ़ से दो फीट तक पानी भर जाता है। ड्रेनेज सिस्टम तो यहां है ही नहीं। वार्ड के लोगों को अमृत योजना के नाम पर दो साल से बहकाया जा रहा है लेकिन अब तक इस योजना के तहत काम शुरू नहीं हुआ है। इस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी खरीदकर या फिर नलकूप लगाकर पी रहे हैं। भूजल खारा होने की वजह से लोग बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। जल जनित बीमारियां वार्ड के लोगों को असमय काल का ग्रास बना रहा है। वार्ड के लोगों का आरोप है कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई बार शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। वार्डवासियों को अब भी अमृत योजना से उम्मीद है। यहां की पार्षद कांता खत्री अमृत योजना के तहत जल्द से जल्द काम शुरू कराने के प्रयास में जुटी हुई हैं। साथ ही जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के कार्यालय में भी चक्कर लगाकर समस्याओं के समाधान का प्रयास कर रही हैं। अब उनके प्रयास कितने सार्थक हो पाते हैं यह तो समय ही बताएगा लेकिन वार्ड के लोग अब तक किए गए उनके प्रयासों से काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। --हमारी गली में पेयजल के पाइप नहीं हैं। ना ही समुचित सीवर लाइन है, जिसकी वजह से गली में बारिश का पानी भर जाता है। वे कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

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----विनोद मुदगिल। ---सफाई व्यवस्था में काफी सुधार है लेकिन हमारी गली में आज तक पानी की पाइप लाइन नहीं डाली है। अभी तक जमीनी पानी पर ही दिनचर्या के काम हो रहे हैं। हम भी इंतजार में हैं कि कब पानी की पाइप लाइन डाली जाएगी। पिछले 3 साल से हम यहीं सुन रहे हैं कि कुछ दिन के बाद समस्या का समाधान होगा लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ है।

---प्रवीण मलिक। ---सीवरेज समस्या पुरानी होने के साथ-साथ लगातार बनी रहती है, जिसकी वजह से काफी परेशानी हमें उठानी पड़ती है। सफाई करने के बावजूद हर 4 से 5 दिन के बाद फिर से सीवरेज ब्लाक हो जाते हैं। स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है।

---तकदीर ¨सह। ---करीब 20 साल से हम महाबीर पार्क में रह रहे हैं। शुरू में तो सप्लाई का पानी आता था लेकिन पिछले 6-7 साल से तो बिल्कुल भी पानी नहीं आता है। पुरानी लाइन लगभग 7 फीट नीचे दबी है। करीब 3 साल से पानी की लाइन दबाने के लिए पब्लिक हेल्थ के चक्कर काट रहे हैं लेकिन अमृत योजना में काम होने की बात केवल झूठा दावा बनकर रह गया है।

----प्रकाश। ---वार्ड की गोवर्धन कॉलोनी की गलियों में ना ही सीवर लाइन है और ना ही पीने की पाइप लाइन है। इसकी वजह से गली में गंदगी की भरमार है और दूर से पानी का कनेक्शन लेने की वजह से पानी उचित मात्रा में नहीं मिल पाता। ऐसे में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।

---सुनील बंसल।

---वार्ड के कुछ हिस्से में पीने की पानी की समस्या है। यहां पर पाइप लाइन 40 साल पुरानी है। सीवर जाम है। पब्लिक हेल्थ के ठेकेदार के पास उचित संख्या में मैन पावर ना होने की वजह से एक ही समस्या कई-कई दिन तक पेंडिंग रहती है। अब अमृत योजना में वार्ड की पानी व सीवर की समस्या का स्थायी हल होगा। इसके लिए वे वार्ड में इस योजना के तहत जल्द से जल्द काम कराने का प्रयास कर रही हैं।

---कांता खत्री, पार्षद, वार्ड 22।

वार्ड 22 में पानी व सीवर की समस्या की उन्हें जानकारी। इस वार्ड की सभी कालोनियों में अमृत योजना के तहत पेयजल व सीवर की लाइन दबाई जाएगी। यहां पर कुछ ही माह में काम शुरू हो जाएगा, जिससे समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।

-------एसके दहिया, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग।

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