दिल्ली, गुरुग्राम पुलिस के लिए सिर दर्द बने वाहन चोर बहादुरगढ़ से गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सीआइए बहादुरगढ़ की टीम ने गुरुग्राम और दिल्ली इलाके में वाहन च
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सीआइए बहादुरगढ़ की टीम ने गुरुग्राम और दिल्ली इलाके में वाहन चोरी करने वाले दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक पेशेवर है, जो पहले भी जेल जा चुका है। जमानत पर आया तो फिर इस अपराध में सक्रिय हो गया। दूसरा मैकेनिक है जो उससे मिलकर वारदात करता और फिर वाहनों को ठिकाने लगाता था। इनसे कार व बाइक चोरी के 10 मामले सुलझे है।
अभियुक्तों में उमेश पुत्र कृष्ण निवासी राजपुर खुर्द दिल्ली व झज्जर जिले के गाव माडौठी का रहने वाला विकास पुत्र जगदीश शामिल हैं। इनकी निशानदेही पर अभी तक चोरी की हुई दो कारों के अलावा चार बाइक और छह बाइक की चेसिस को बरामद किया जा चुका है। यह भी पता लगाया जाएगा कि वाहन चोरी करने में इन दोनों के अलावा और कितने लोग शामिल हैं। थाना सदर में पत्रकार वार्ता के दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक शशाक कुमार सावन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक पंकज नैन के दिशा निर्देशानुसार आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए अपराध जाच शाखा बहादुरगढ़ का गठन किया गया था। सीआइए इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम को एक गुप्ता सूचना मिली थी। इस पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए सीआइए टीम ने नाकाबंदी की और बेरी-बहादुरगढ़ रोड पर उमेश को होंडा सिटी कार के साथ रुकवाया गया। जाच-पड़ताल में पता चला कि कार की जो नंबर प्लेट लगाई हुई है वह असली नहीं है। गहराई से जाच की गई तो उसका चेसिस नंबर भी बदला हुआ मिला। उमेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि यह होंडा सिटी कार गुरुग्राम से चोरी की गई है। उस पर जो नंबर प्लेट लगाई गई है वह उमेश की ही एक पुरानी कार की थी। उस रजिस्ट्रेशन नंबर वाली कार को वह बेच चुका है। --यह हुआ खुलासा उमेश से गहन पूछताछ की तो उसने वाहन चोरी की कई वारदातों का खुलासा करते हुए यह भी बताया कि वह चोरी किए गए वाहनों को माडौठी गाव के रहने वाले अपने साथी विकास पुत्र जगदीश को बेच देता था। इस पर विकास को भी काबू किया गया। दोनों से पूछताछ की गई। इस होंडा सिटी के अलावा एक एसेंट कार और मोटरसाइकिलों की चोरी का भी खुलासा हुआ। ये सभी वाहन दिल्ली व गुरुग्राम के विभिन्न इलाकों से चोरी किए गए थे। विकास की निशानदेही पर चार मोटरसाइकिल और छह मोटरसाइकिलों की चेसिस बरामद की गई। विकास ने गाव माडोठी में बाइक रिपेयरिंग की दुकान कर रखी है। उमेश द्वारा चोरी की गई बाइकों को सस्ते दामों पर खरीदकर उनके पुर्जे निकालकर दूसरी बाइकों में फिट कर देता था। ये दोनों ही अपराधी पहले भी इस तरह की वारदातों में लिप्त रहे हैं। उमेश दो माह पहले ही दिल्ली की जेल से जमानत पर आया था। इन वारदातों को दिया था अंजाम: --उमेश ने 7 महीने पहले सेक्टर 17 ए गुरुग्राम से एक पल्सर बाइक चोरी की थी।
-- 6 महीने पहले उसने एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल अंबेडकर कॉलोनी छतरपुर दिल्ली के से चोरी की। -- 6 महीने पहले हुंडई एसेंट कार सुकराली जोहड़ गुरुग्राम के एरिया से चोरी की।
--6 महीने पहले एक पलसर बाइक महिपालपुर दिल्ली से चोरी की थी ।
-- होंडा शाइन मोटरसाइकिल राजपुर खुर्द दिल्ली से चोरी की थी। -- एक पल्सर मोटरसाइकिल राजपुर एक्सटेंशन के एरिया से चोरी की थी ।
-- पाच महीने पूर्व एक होंडा सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल छतरपुर के लिए से चोरी की थी ।
--एक महीना पहले होंडा मोटरसाइकिल सब्जी मंडी बसई गुरुग्राम से चोरी की थी ।
--तीन सप्ताह पहले टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल छतरपुर एंक्लेव फेस टू के एरिया से चोरी की --15 दिन पहले एक स्प्लेंडर प्रो मोटरसाइकिल सुकराली गुरुग्राम के एरिया से चोरी की थी ।
-- 10 दिन पहले पल्सर मोटरसाइकिल राजेंद्रा पार्क नागलोई दिल्ली से चोरी की। -- दोनों आरोपितों का पुराना रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। दोनों को अदालत में पेश किया गया। जहा से उन्हे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
--शशाक सावन, एएसपी, झज्जार