केमिकल फैक्टरी विस्फोट में लापता दो लोग नहीं मिले, वापस लौटी एनडीआरएफ की टीम
बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र (एमआइई) की केमिकल फैक्टरी में हुए विस्फोट से चार फैक्टरी भवनों के गिरने और चार अन्य में आग लगने की घटना में लापता दो लोग अभी भी नहीं मिले हैं। लगातार 60 घंटों से ज्यादा सर्च के बाद एनडीआरएफ की टीम वापस लौट गई। हालांकि एसडीआरएफ और अन्य टीमें अभी भी मलबे और चपेट में आई फैक्टरियों को खंगाल रही हैं। बरामद तीन शवों पर संशय बना है।
फोटो-107 की सीरीज:
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र (एमआइई) की केमिकल फैक्टरी में हुए विस्फोट से चार फैक्टरी भवनों के गिरने और चार अन्य में आग लगने की घटना में लापता दो लोग अभी भी नहीं मिले हैं। लगातार 60 घंटों से ज्यादा सर्च के बाद एनडीआरएफ की टीम वापस लौट गई। हालांकि एसडीआरएफ और अन्य टीमें अभी भी मलबे और चपेट में आई फैक्टरियों में सर्च कर रही है। बरामद तीन शवों पर संशय बना है। स्पष्ट पहचान न होने से ये शव नहीं सौंपे गए। मौके की कार्रवाई के बाद पुलिस-प्रशासन की जांच आगे बढ़ेगी।
एनडीआरएफ की तरफ से राहत कार्य तो सोमवार की सुबह पूरा हो गया था। मगर लापता 10 लोग हुए और शव आठ बरामद हुए हैं। दो लापता की तलाश अभी भी चल रही है। अब मलबे को घटना स्थल से पूरी तरह हटाया जा रहा है। विस्फोट भयानक था। ऐसे में आसपास की बंद फैक्टरियों में भी सर्च किया जा रहा है। बता दें कि डाइएस्टर केमिकल के नाम से चल रही फैक्टरी में शुक्रवार को विस्फोट हुआ था। पहले दिन चार लोगों के शव बरामद हुए थे। शनिवार और रविवार को दो-दो शव और मिल गए थे। अब तक पांच शव सौंपे, तीन पर गफलत, दो लापता:
इस घटना में मारे उप्र के हरदोई के मियां पुरवा के संजय, शाहजहांपुर के गांव कतका के राम सिंह, रामपुर के कल्याणपुर के नरेश, गोंडा के दिकौली के मोनू उर्फ सूरज और मऊ के उमती के श्रीकांत के शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। तीन और शव हैं, मगर उनकी पहचान स्पष्ट नहीं है। दो लापता हैं। अब तक जिन शवों को दामोदर और विवेक का माना जा रहा है, उन्हीं की पहचान दो अन्य परिवारों ने अपने सदस्यों के रूप में की है। इसलिए पुलिस ने शव नहीं सौंपे। अब राजकुमार, इंद्रजीत, सरोज, दामोदर और विवेक के परिजन इंतजार में बैठे हैं। टुकड़ों का होगा अलग पोस्टमार्टम, होगी डीएनए की जांच:
अब तक पुलिस ने आठ शवों के बरामद होने की पुष्टि की है। मगर एक हाथ और पांव अलग-अलग मिले। ऐसे में पुलिस इनका पोस्मार्टम अलग से करवाएगी। अगर दो लापता नहीं मिलते हैं तब उन शवों की डीएनए जांच होगी, जो पहचान में नही आ रहे। फिलहाल सर्च अभियान खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। वर्जन..
अब तक आठ शव मिले हैं। पांच मृतकों की स्पष्ट पहचान हुई है। बाकी शवों की पहचान और लापता लोगों की तलाश जारी है।
--बिजेंद्र सिंह, एसएचओ, शहर थाना बहादुरगढ़ एनडीआरएफ की टीम वापस लौट गई है। अब एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें सर्च में जुटी हुई हैं।
--तरुण पावरिया एसडीएम, बहादुरगढ़ अब तक एनडीआरएफ की टीम जहां भी गई हैं, वहां ऐसा नहीं हुआ कि लापता लोग न मिले हों। मगर यहां पर हम पूरा सर्च कर चुके हैं। बाकी काम अन्य टीमें करेंगी।
--प्रवीन कुमार, एनडीआरएफ अधिकारी