इसी साल रेलवे स्टेशन को मिलेगा एक और फुट ओवर ब्रिज, नहीं होगा हादसों का रिस्क
-जुलाई 2019 में शुरू हुआ था फुटओवर ब्रिज का निर्माण
-जुलाई 2019 में शुरू हुआ था फुटओवर ब्रिज का निर्माण फोटो-27:
-उम्मीदें 2021 : जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
शहर के रेलवे स्टेशन को साल 2021 में एक और फुटओवर ब्रिज मिल जाएगा। इसका निर्माण कार्य चल रहा है। इससे लाइन पार क्षेत्र के हजारों लोगों को रेलवे स्टेशन पर आने में सुविधा होगी। साथ ही हादसे का रिस्क भी नहीं रहेगा। जुलाई 2019 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। अगले दो माह में यह लोगों को समर्पित होने की उम्मीद है।
वैसे तो रेलवे स्टेशन पर पहले से दो फुट ओवर ब्रिज हैं, मगर एक तो केवल प्लेटफार्मों तक सीमित है, जबकि दूसरे से स्टेशन पर जाने का रास्ता ही नहीं है। ऐसे में अब यह तीसरा फुट ओवर ब्रिज बन रहा है। यह लाइन पार क्षेत्र को रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा। इससे प्लेटफार्मों के साथ-साथ लाइन पार क्षेत्र से भी आना-जाना आसान हो जाएगा। लंबे समय से इसकी मांग चल रही थी। अब इसके बनने का इंतजार है। पहले डिजाइन बदलने से हुई थी देरी :
शहर के रेलवे स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज का डिजाइन बदल जाने के कारण पुल का वजन भी बढ़ गया। इस कारण पुल के फाउंडेशन की गहराई और आकार भी बढ़ाने पड़े। इसके लिए संबंधित विभाग से दोबारा स्वीकृति ली गई। इसी कारण काम समय पर शुरू नहीं हो पाया था। कोरोना काल में कामगार न मिलने से प्रभावित हुआ काम:
एक साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था। पहले ही काम धीमा था। ऊपर से कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा तो काम बिल्कुल ही बंद हो गया। कामगार नहीं मिल पाए। इसलिए काम पहले धीमा हो पाया। अभी दोनों तरफ से बेस तैयार हो चुका है। जल्द ही ऊपरी हिस्से का कार्य शुरू होगा। फिलहाल पैसेंजर ट्रेनें बंद हैं। इसलिए यात्रियों को तो अभी जरूरत नहीं है, मगर लाइनपार वासियों के लिए इस फुट ओवर ब्रिज का इंतजार लंबा होता जा रहा है। इस पर लगभग एक करोड़ की लागत आएगी। हादसे भी रुकेंगे :
रेलवे स्टेशन पर इस तरह का ब्रिज अब तक न होने से लोगों को अपनी जान का रिस्क लेकर रेलवे स्टेशन पर आना पड़ता है। लाइन नंबर चार पर अगर कोई मालगाड़ी खड़ी हो तो उसके नीचे से ही निकलना पड़ता हैं, क्योंकि दूसरा फुटओवर ब्रिज दूर है। अब यह नया फुट ओवर ब्रिज बनेगा तो इससे हादसों का डर भी नहीं रहेगा। वर्जन..
एक बार इस फुट ओवर ब्रिज का डिजाइन बदलने से देरी हुई थी। बीच में कई माह से काम नहीं हो पाया। अब इसका कार्य चल रहा है। इसे पूरा करने में लगभग दो महीने लगेंगे
--रवींद्र सांगवान, एसएसई, रेलवे