कर्मचारियों ने दो घंटे बंद रखा सीवरेज प्लांट, अधिकारी पहुंचे तो बोले..साहब चार माह से वेतन नहीं मिला, बच्चे भूखे हैं रोटी के पैसे दे दो
कर्मचारियों ने दो घंटे बंद रखा सीवरेज प्लांट
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के रेलवे लाइन पार क्षेत्र के छोटूराम नगर में स्थित 18 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर ठेकेदार के माध्यम से लगे 14 कर्मचारियों को चार माह से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में आक्रोशित कर्मचारियों ने बुधवार को दो घंटे तक प्लांट को बंद रखा। आनन-फानन में अधिकारी पहुंचे तो कर्मचारियों ने गिड़गिड़ाकर एक ही मिन्नत की कि..साहब वेतन नहीं मिला तो बच्चे भी घर में भूखे हैं। उनके लिए रोटी के पैसे तो दे दो। इससे अधिकारी भी भावुक हो उठे। ठेकेदार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई। मगर पुलिस ने इसे श्रम विभाग का मामला बताकर पल्ला झाड़ू लिया। ऐसे में विभाग ने ठेकेदार की पेमेंट रोककर उसे नोटिस जारी किया है। साथ ही सभी कर्मचारियों का अब तक ईएसआइ और पीएफ का रिकार्ड भी मांगा है।
कई दिनों से ये कर्मचारी वेतन की मांग कर रहे हैं। अधिकारी भी ठेकेदार पर दबाव बनाए हुए हैं। मगर फिर भी ठेकेदार द्वारा कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में इस महीने की ठेकेदार की पेमेंट जन स्वास्थ्य विभाग ने रोकी हुई है। बकाया वेतन देना तो दूर ठेकेदार द्वारा विभागीय अधिकारियों के फोन तक भी नहीं उठाए जा रहे हैं। ----दो घंटे बंद रखा प्लांट, फैला पानी आक्रोशित कर्मचारियों ने बुधवार को दो घंटे तक प्लांट को बंद रखा। इसका पता लगते ही जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्लांट को चालू करने के लिए कहा तो कर्मचारी रो पड़े। उनका कहना था कि घर में राशन तक नहीं बचा है। ऐसे में वे करें तो क्या करें। बच्चे भी भूखे हैं। कर्मचारियों ने जब अधिकारियों से ही दो वक्त की रोटी के पैसे मांगे तो अधिकारी भी निरुत्तर हो गए। किसी तरह दो दिन का वक्त लेकर कर्मचारियों को मनाया गया। इसके बाद प्लांट चालू हुआ। ---विभाग की शिकायत पुलिस ने वापस लौटाई प्लांट से वापस लौटे अधिकारियों ने ठेकेदार के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। मगर पुलिस ने इसे श्रम विभाग का मामला बताया और शिकायत को लौटा दिया। ऐसे में अधिकारियों ने अब ठेकेदार को नोटिस जारी किया है और अब तक का कर्मचारियों का पीएफ और ईएसआइ जमा कराने का रिकार्ड मांगा है। अब श्रम विभाग को भी शिकायत दी जाएगी। बता दें कि इस 18 एमएलडी के एसटीपी से पूरे लाइनपार क्षेत्र का सीवरेज ट्रीट करके ड्रेन में डाला जाता है। एसटीपी को चलाने व यहां का चौकीदारा करने का काम ठेकेदार के माध्यम से किया जाता है। आउटसोर्स के माध्यम से ठेकेदार ने यहां पर 14 कर्मचारी तैनात कर रखे हैं। तीन साल के लिए ठेका दिया गया है। प्रति माह विभाग द्वारा दो लाख से ज्यादा का ठेकेदार को भुगतान किया जाता है। अभी ठेके का एक साल और बचा हुआ है। मगर ठेकेदार की ओर से चार महीने से कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। ---चार माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। ये कर्मचारी ठेकेदार के मातहत लगे हैं। ठेकेदार की ओर से ही उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है। अब कर्मचारियों को दो दिन का समय दिया गया है।
--अनिल रोहिल्ला, एसडीओ, जनस्वास्थ्य विभाग, बहादुरगढ़।