छारा में दीवार गिरने से बरामदे की छत टूटी, बाल-बाल बचा दंपती
छारा गांव में शुक्रवार की रात एक मकान के ऊपरी कमरे की चारदीवारी गिरने के बाद बरामदे की छत टूट गई। इससे वहां सो रहा दंपती बाल-बाल बचा। परिवार का दावा है कि यह घटना भूकंप के दौरान हुई।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : छारा गांव में शुक्रवार की रात एक मकान के ऊपरी कमरे की चारदीवारी गिरने के बाद बरामदे की छत टूट गई। इससे वहां सो रहा दंपती बाल-बाल बचा। परिवार का दावा है कि यह घटना भूकंप के दौरान हुई। हालांकि प्रशासन ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। परिवार ने मुआवजे के लिए जिला प्रशासन को ई-मेल के जरिये अनुरोध किया है। छारा निवासी चांद सिंह का खेतों में मकान है। शुक्रवार की रात वह और उनकी पत्नी औमकोर बरामदे में चारपाइयों पर सो रहे थे। अचानक से ऊपर बने कमरे की छत की करीब तीन फीट ऊंची दीवार बरामदे की छत पर आ गिरी। इससे छत में छेद हो गया और पत्थर की कई टुकड़ियां टूट गई। गनीमत यह रही कि छत से गिरे पत्थर के टुकड़े दंपती पर नहीं गिरे। इस बीच दंपती और परिवार के अन्य सदस्य बाहर की तरफ भागे। भूकंप के तुरंत बाद क्षेत्र में पता किया गया था, कहीं से किसी से तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली थी। मेरे पास किसी तरह का कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं आया है। यदि कोई आएगा तो उसकी जांच की जाएगी।
-रामफल सिंह, बीडीपीओ, बहादुरगढ़।