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कानौंदा में भूखंड को लेकर विवाद, वक्फ बोर्ड की दावेदारी और केस दर्ज करवाने से भड़का आक्रोश

शनिवार को एक बार तो आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आए

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 07:55 AM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 07:55 AM (IST)
कानौंदा में भूखंड को लेकर विवाद, वक्फ बोर्ड की दावेदारी और केस दर्ज करवाने से भड़का आक्रोश
कानौंदा में भूखंड को लेकर विवाद, वक्फ बोर्ड की दावेदारी और केस दर्ज करवाने से भड़का आक्रोश

शनिवार को एक बार तो आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आए, जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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कानौंदा गांव में एक भूखंड को लेकर विवाद हो गया है। आधा एकड़ से ज्यादा इस जमीन पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी और सरपंच समेत काफी लोगों पर केस दर्ज करवाने के बाद आक्रोश भड़क उठा है। शनिवार को एक बार तो आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आए, बाद में संबंधित भूखंड पर बलिदानी पार्क स्थल के तौर पर पूजन कर यहां चहारदीवारी का निर्माण शुरू कर दिया गया। इधर, गांव से पुलिस द्वारा एक युवक को हिरासत में लिए जाने के बाद काफी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंच गए। लोगों का साफ कहना है कि यह जमीन गांव की भलाई के लिए ही इस्तेमाल होगी। चार कनाल 13 मरले जमीन का है विवाद :

कानौंदा में यह जमीन बहादुरगढ़-लडरावण मार्ग पर है। कुछ दिनों से इस जमीन पर हलचल के बाद ग्रामीण भी एकजुट हो गए। कई बार पंचायत हुई। बाद में इस जमीन पर गांव की ओर से बलिदानी पार्क स्थल का निर्माण करने का फैसला लिया गया। शुक्रवार को यह मामला तब तूल पकड़ गया जब वक्फ बोर्ड के झज्जर के संपदा अधिकारी नूर मोहम्मद की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई। वे अन्य कर्मचारियों की ओर से कानौंदा गांव में पहुंचे। थाना सदर में दी शिकायत में बताया गया कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है और गांव के व्यक्ति इस पर कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि जब वे गांव में पहुंचे तो 15-20 व्यक्ति जमीन पर थे। उनमें से कुछ की पहचान की गई और बाकी भाग गए। उक्त लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। शिकायत में कानौंदा के जोगेंद्र, बिजेंद्र, बबला, संदीप, सरपंच अशोक को नामजद किया गया। इनमें से संदीप को पुलिस के हवाले किया गया। ग्रामीण बोले, पंचायत के नाम है जमीन :

वक्फ बोर्ड की तरफ से शिकायत और पुलिस की तरफ से गिरफ्तारी के इस प्रकरण से आक्रोशित लोगों की पहले तो गांव के बाहर भीड़ जुटी। उसके बाद वे सदर थाने पहुंच गए। यहां पर अशोक प्रधान, आर्य बलजीत, इंद्र नंबरदार, नरेंद्र, रवि, बिजेंद्र समेत सभी ने एक स्वर में कहा कि जिस जमीन पर वक्फ बोर्ड द्वारा दावेदारी जताई जा रही है। उसकी मलकियत राजस्व रिकार्ड में आज भी पंचायत के नाम है। यह गांव की जमीन है और इसका गांव की भलाई के लिए ही उपयोग होना चाहिए। ग्रामीणों का आरोप था कि वक्फ बोर्ड की ओर से घालमेल करके एक बाहरी व्यक्ति को यह जमीन देने की कोशिश की जा रही है। गांव किसी भी सूरत में ऐसा नहीं होने देगा। अपने स्तर पर चंदा एकत्रित करके यहां पर शनिवार को भूमि पूजन किया गया और चहारदीवारी करवाई गई है। यह जमीन अब बलिदानी पार्क स्थल के रूप में विकसित होगी। ग्रामीणों का कहना था कि जब जमीन पंचायत के नाम है। वक्फ बोर्ड व्यर्थ में इस पर दावा कर रहा है। वर्षों पहले यह जमीन पंचायत द्वारा कब्रिस्तान के लिए रखी गई थी। मगर कब्रिस्तान के लिए यह जमीन कभी भी इस्तेमाल नहीं हुई और न ही गांव में कोई ऐसा परिवार है, जिसे आज कब्रिस्तान की जरूरत है। ऐसे में पंचायत इस पर गांव की भलाई के लिए काम करेगी। वर्जन..

इस मामले में वक्फ बोर्ड की ओर से जो शिकायत दी गई, उसके आधार पर केस दर्ज करके एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। छानबीन की जा रही है।

--राजेश कुमार, एसएचओ, सदर थाना बहादुरगढ़


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