साइट बंद, सरसों बिक्री के लिए नहीं हो रहे किसानों के रजिस्ट्रेशन
साइट बंद सरसों बिक्री के लिए नहीं हो रहे किसानों के रजिस्ट्रेशन
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सरकार को सरसों बेचना किसानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। कामकाज के चक्कर में काफी किसान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं, जबकि सरसों बेचने के लिए यह पहली शर्त है। फिलहाल विभाग की साइट बंद है। ऐसे में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहे हैं। इससे किसान परेशान हैं। यही वजह है कि एक सप्ताह के अंदर बहादुरगढ़ की मंडी में 350 क्विटल सरसों की ही सरकारी खरीद हो पाई है। यहां पर नैफेड के लिए हैफेड की ओर से सरकारी खरीद की जा रही है। इसके लिए सबसे पहले किसानों को मार्केट कमेटी कार्यालय में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। उसके बाद पटवारी द्वारा जब लिखित रूप में यह वेरिफाई किया जाता है कि अमुक किसान की ओर से इतने रकबे में सरसों की फसल उगाई गई है, उसके बाद ही किसान अपनी फसल लेकर संबंधित एजेंसी के पास बिक्री के लिए आ सकते हैं। उसके बाद फसल में नमी की मात्रा व अन्य शर्तें भी हैं। सभी पूरी करनी होती है। मगर काफी किसानों को रजिस्ट्रेशन की या तो पहले से जानकारी नहीं थी या फिर वे कामकाज के चक्कर में ऐसा नहीं करवा पाए। रजिस्ट्रेशन के लिए चक्कर लगाने होते हैं। पहले तो पटवारी के पास जाकर फर्द जमाबंदी निकलवानी पड़ती है। उसके बाद यह रजिस्ट्रेशन हो पाता है। अब, जब किसान फसल लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं, तब इसका पता चल रहा है। मगर दूसरी तरफ से मार्केट कमेटी मुख्यालय द्वारा यह तर्क देकर साइट बंद कर रखी है कि रजिस्ट्रेशन की अवधि बीत चुकी है। ऐसे में किसान यहां पर जा तो रहे हैं, मगर उनके ऑफलाइन फार्म जमा किए जा रहे हैं। स्थानीय अधिकारी यह तर्क दे रहे हैं कि जैसे ही साइट खुलती है तो उनका रजिस्ट्रेशन कर दिया जाएगा। यह होगा या नहीं, इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जब तक रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, तब तक सरसों की सरकारी खरीद भी नहीं होगी। ----अभी तक 350 क्विटल की खरीद पिछली बार तो अकेले झज्जर में ही सरसों की सरकारी खरीद हुई थी। मगर इस बार कई जगहों पर खरीद की जा रही है। बहादुरगढ़ में भी इस बार सरसों की सरकारी खरीद हो रही है। मगर जिस तरह से शर्तें लागू की गई हैं, उससे किसान परेशान हैं। यहीं कारण है कि एक सप्ताह के अंदर यहां पर 350 क्विटल सरसों की ही खरीद हो पाई है। --- फिलहाल रजिस्ट्रेशन की साइट बंद है। किसानों से ऑफलाइन फार्म लिए जा रहे हैं। यदि साइट खुलती है तो रजिस्ट्रेशन कर दिया जाएगा।
--उमेश दांगी, सचिव मार्केट कमेटी।