नियम 134ए : खाली सीट रहने पर ही जारी होगी दूसरी लिस्ट
नियम 134ए खाली सीट रहने पर ही जारी होगी दूसरी लिस्ट
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शिक्षा के नियम 134ए के तहत दाखिले की दूसरी लिस्ट स्कूलों में खाली सीट रहने पर ही जारी होगी। हाल ही में जिन 1483 बच्चों को स्कूल अलाट किए गए हैं, उनको 10 मई तक दाखिले लेने हैं। उसके बाद सीट खाली रहती है तो ही वंचित बच्चों को मौका मिलेगा। उधर कई स्कूलों की ओर से दाखिला देने से पहले शर्त थोपी जा रही है। इससे अभिभावक परेशान हैं। वहीं स्कूलों के चयन को लेकर भी अभिभावकों के सामने कई दिक्कत हैं। ऐसे में कुछ सीटें खाली रहने की संभावना है।
दरअसल, इस नियम के तहत 2207 बच्चों ने परीक्षा पास की थी। मगर उसमें से स्कूलों में उपलब्ध सीटों के अनुसार 1483 बच्चों को ही मेरिट के आधार पर स्कूल अलाट किए गए थे। इससे जिन बच्चों को मेरिट सूची में जगह नहीं मिल पाई, उनके अभिभावकों को तो निराशा हाथ लगी ही, मगर जिनको दाखिले के लिए स्कूल अलाट किए गए, वे भी अब कई तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। एक तो स्कूलों की ओर से उन पर दाखिलों के लिए शर्त थोपी जा रही है। दूसरी तरफ काफी अभिभावक स्कूल बदलवाने के लिए खंड शिक्षा कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। कई बच्चों को ऐसे स्कूल अलाट किए गए हैं, जो केवल प्राइमरी स्तर के हैं। ऐसे में बच्चे वहां पर एक या दो साल तक ही पढ़ाई कर सकेंगे। उसके बाद उन्हें स्कूल बदलना होगा। मगर ऐसा कैसे होगा, इसकी जानकारी किसी को नहीं। ऐसे में अभिभावक अभी से ही शिक्षा अधिकारियों से स्कूल बदलवाने की गुहार लगा रहे हैं। मगर अधिकारी उन्हें नियमों का हवाला देकर अब कुछ न होने की बात कहे रहे हैं। इसके चलते अभिभावक पशोपेश में हैं। ----सीट खाली रहने की संभावना जिस तरह से स्कूलों की ओर से बच्चों पर शर्त थोपी जा रही है और काफी अभिभावक स्कूल बदलवाने की गुहार लगा रहे हैं, उससे तो यह प्रबल संभावना है कि 10 मई तक दाखिलों के बाद कुछ सीटें खाली रह सकती हैं। ऐसी स्थिति में ही शिक्षा विभाग मेरिट के आधार पर दूसरी सूची जारी करेगा। ऐसे में अब देखना यह होगा कि कितनी सीटें खाली रहती हैं। --इस बार बच्चों को स्कूल मुख्यालय से ही अलाट किए गए हैं। अभिभावकों ने जिन स्कूलों का चयन किया था, उन्हीं में से एक स्कूल उन्हें दिया गया है। य 10 मई के बाद स्कूलों में सीटें बचती हैं तो दूसरी सूची जारी की जाएगी। इसमें उन्हें मौका मिलेगा, जिनका नाम पहली सूची में नही आया।
--रवि धनखड़, नोडल आफिसर, बहादुरगढ़