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बहादुरगढ़ की मंडियों से दो दिन में छह हजार क्विंटल का उठान, आज से फिर होगी खरीद

दो दिनों तक खरीद रुकने के बाद अब तीसरे दिन आवक बढ़ने के आसार हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 06:30 AM (IST)
बहादुरगढ़ की मंडियों से दो दिन में छह हजार क्विंटल का उठान, आज से फिर होगी खरीद
बहादुरगढ़ की मंडियों से दो दिन में छह हजार क्विंटल का उठान, आज से फिर होगी खरीद

दो दिनों तक खरीद रुकने के बाद अब तीसरे दिन आवक बढ़ने के आसार हैं। फोटो-2: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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क्षेत्र की मंडियों में दो दिनों तक खरीद बंद करके सिर्फ उठान कार्य हुआ। इस दौरान बहादुरगढ़ और आसौदा से साढ़े छह हजार क्विंटल गेहूं उठान के बाद गोदामों में पहुंचा। सोमवार से फिर गेहूं की खरीद शुरू होगी। दो दिनों तक खरीद रुकने के बाद अब तीसरे दिन आवक बढ़ने के आसार हैं। हालांकि अब क्षेत्र में खेतों का अधिकतर रकबा खाली हो चुका है। लगभग 20 फीसद एरिया में फसल बाकी है। मशीनों से कटाई तेज हो रही है। बीच में एक दिन मौसम बिगड़ने के कारण कटाई और थ्रेसिग का कार्य प्रभावित हुआ। मगर फिर तेजी पर है। इधर, मंडियों में गेहूं से भरे बैग के ढेर बढ़ने के कारण ही सरकार द्वारा दो दिनों तक केवल उठान कार्य ही करवाया गया। ताकि मंडियों में व्यवस्था न गड़बड़ाए। यह रही उठान की स्थिति :

इन दो दिनों में हरियाणा वेयर हाउस कारपोरेशन की ओर से शनिवार को एक हजार और रविवार को दो हजार बैग का उठान किया। कुल मिलाकर इसकी मात्रा 1500 क्विंटल रही। वहीं आसौदा के खरीद केंद्र से दोनों दिनों में डेढ़-डेढ़ हजार क्विंटल गेहूं का उठान करवाया। इधर बहादुरगढ़ की मंडी से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा दोनों दिन मिलकर दो हजार क्विंटल गेहूं का उठान करवाया गया। आढ़तियों का कहना है कि खरीद एजेंसियों द्वारा जिस ठेकेदार को उठान का जिम्मा सौंपा गया है, उसके द्वारा कार्य में तेजी नहीं दिखाई जा रही। अनाज मंडी में तीन मौत से पसरा मातम तो कम हुआ उठान:

शहर की अनाज मंडी में रविवार को तीन अलग-अलग परिवारों के सदस्यों की मौत से यहां पर मातम पसरा रहा। इनमें से एक करीब 40 वर्षीय युवक थे। दूसरे अधेड़ तो तीसरे 75 वर्षीय बुजुर्ग। दो बीमार चल रहे थे। तीसरे की हृदयाघात बताया गया है। इनमें से किसी को कोरोना की पुष्टि नहीं हुई थी। इससे मंडी का माहौल बेहद गगमीन रहा। ऐसे में खरीद एजेसियों ने भी अंतिम संस्कार के समय तक यहां पर उठान कार्य रोके रखा।


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