निजी बस आपरेटर उड़ा रहे नियमों की धज्जियां, सीएम को करेगे शिकायत
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : निजी बस ऑपरेटरों की ओर से सरकारी नियमों का मखौल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
निजी बस ऑपरेटरों की ओर से सरकारी नियमों का मखौल उड़ाया जा रहा है। सरकार ने जिन केटेगरी में यात्रियों को किराये में रियायत दे रखी है, उन सबकी प्राइवेट ऑपरेटर अनदेखी कर रहे है। हाल ही में जारी आदेशों पर भी 80 फीसद से ज्यादा ऑपरेटरों ने अमल नही किया है। यदि किया भी है तो वह आधा-अधूरा। इससे रोडवेज यूनियन से जुड़े कर्मचारी भी भड़क उठे है। पिछले दिनों प्रदेश के केबिनेट मंत्री नरबीर सिंह के समक्ष यह मसला उठ चुका है। इसके बावजूद हालात जस के तस है। अब इस मसले पर मुख्यमंत्री को शिकायत की जाएगी।
दरअसल, प्रदेश सरकार द्वारा बसों में मुफ्त यात्रा और किराये में रियायत को लेकर केटेगरी तय की गई है और इसके लिए बाकायदा नियम बनाया गया है। निजी बस आपेरटरों की ओर से भी इन नियमों का पालन करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। मंगलवार को फिर से कई छात्रों ने बस स्टैंड अधीक्षक के पास पहुचकर प्राइवेट बस ऑपरेटरों की शिकायत की। इस पर रोडवेज के स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों में भी आक्रोश है। 80 फीसद से ज्यादा ऑपरेटर निर्देशों पर नहीं कर रहे अमल
पिछले महीने अतिरिक्त उपायुक्त एवं आरटीए सचिव की ओर से सभी निजी व सहकारी परिवहन समितियों को लिखित में निर्देश जारी किए गए थे कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार परिवहन नीति 2016 के तहत संचालित सभी निजी एवं सहकारी परिवहन समितियों की बसों में दी जाने वाली मुफ्त या रियायती यात्रा की सुविधा पर अमल किया जाए। इसके लिए सभी बस ऑपरेटरों को बसों के पिछले दरवाजे के पास तीन फीट ऊंची और तीन फीट चौड़ी सतह पर काले अक्षरों में सभी रियायती व मुफ्त यात्रा सुविधा की जानकारी दर्ज की जाए। इसमें स्पष्ट किया गया था कि 12 मार्च तक अमल नहीं होगा तो बसों के परमिट रद करने की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मगर ताज्जाुब इस बात का है कि अब तक भी 80 फीसद से ज्यादा बस ऑपरेटरों ने इस पर अमल नही किया गया। कुछ ने तो इस तरह की जानकारी का एक बैनर बसों के पिछले दरवाजे के पास चस्पा कर लिया है, मगर रोडवेज कर्मचारी इससे संतुष्ट नही है। मंगलवार को इस मसले पर बस स्टैंड पर फिर हंगामा हुआ। कई छात्रों ने भी पहुचकर स्टैंड अधीक्षक को शिकायत की। उनका कहना था कि प्राइवेट ऑपरेटर उनके सरकारी पास को मान्य नही करते। रोडवेज यूनियन ने दी आदोलन की चेतावनी
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन की ओर से प्राइवेट बस ऑपरेटरों द्वारा आदेशों पर अमल न किए जाने पर रोष जताया है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि जिन केटेगरी में मुफ्त यात्रा या फिर किराये में रियायत की सुविधा देनी होती है, उनमें बस परिचालक यात्री को नीचे ही उतार देते है। मगर उनके खिलाफ कार्रवाई नही हो रही है। यदि कोई यात्री किराये में रियायत मागता है तो उससे प्राइवेट बस परिचालक झगड़ा करते है। इस बारे में लिखित शिकायत भी आ रही है। यदि नियमों और आदेशों की अनदेखी करने वाले निजी बस ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई नही होती है तो कर्मचारी आदोलन करने पर मजबूर होंगे। इसकी पूर्णतया जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। मंत्री को शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई नहीं
प्राइवेट बस आपरेटरों की मनमानी का यह मसला पिछले दिनों झज्जार में परिवेदना समिति की बैठक में भी उठ चुका है। छात्राओं ने प्रदेश के मंत्री राव नरबीर के समक्ष अपनी व्यथा सुनाई थी, इसके बावजूद हालात जस के तस है। विद्यार्थियों का कहना है कि जब प्राइवेट ऑपरेटर बसों पर रियायती संबंधी सूचना का बोर्ड ही नहीं लगा रहे है, तो बाकी आदेशों को कैसे मानेंगे। इस मसले पर अब ट्वीटर पर सीएम को शिकायत की जाएगी। वर्जन..
एडीसी एवं आरटीए सचिव के आदेशों के आधार पर सभी बस ऑपरेटरों को निर्देशों की प्रति दी गई थी। कुछ ने तो यह प्रति लेने से ही मना कर दिया। इस बारे में पूरी रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
--किरोड़ीमल, बहादुरगढ़ बस स्टैड अधीक्षक