बिजली चोरी रोकने पर निगम ने बदली रणनीति, पहले एरिया चिह्नित होंगे, फिर छापेमारी
शहर में बिजली की चोरी रोकने के लिए निगम ने अब रणनीति बदल दी है। इसके लिए आठ टीमों का गठन तो कर रखा है मगर गली-गली जाने के बजाय निगम द्वारा खुफिया तरीके से पहले वे एरिया चिह्नित करवाए जा रहे हैं जहां पर चोरी हो रही है। इसके बाद ही वहां पर छापेमारी की जाएगी।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में बिजली की चोरी रोकने के लिए निगम ने अब रणनीति बदल दी है। इसके लिए आठ टीमों का गठन तो कर रखा है मगर गली-गली जाने के बजाय निगम द्वारा खुफिया तरीके से पहले वे एरिया चिह्नित करवाए जा रहे हैं, जहां पर चोरी हो रही है। इसके बाद ही वहां पर छापेमारी की जाएगी।
दरअसल, गर्मी शुरू होते ही हर बार बिजली की खपत भी बढ़ जाती है। इसका एक कारण बिजली की चोरी भी होती है। इस बार बिजली की चोरी रोकने के लिए निगम ने शहरी क्षेत्र के दोनों सब डिवीजन को मिलाकर आठ टीमों का गठन कर रखा है। जून की शुरूआत से ही निगम द्वारा छापेमारी करके बिजली की चोरी रोकने की प्लानिग की गई थी, मगर अब तक दो ही केस पकड़ में आए। ऐसे में अब निगम ने रणनीति बदल दी है। एरिया किए जा रहे हैं चिह्नित
निगम अधिकारियों का कहना है कि पूरे क्षेत्र में बिजली चोरी नहीं होती। बल्कि कुछ चुनिदा एरिया हैं, जहां पर चोरी ज्यादा होती हैं। ऐसे में पूरे डिवीजन में वे एरिया चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां पर बिजली चोरी हो रही है। वहीं पर छापेमारी की जाएगी। अभी तक टीमें हर कालोनी में गली-गली जाकर बिजली की चोरी पकड़ने का प्रयास कर रही थी। मगर इससे बिजली चोरी पकड़ में नहीं आ रही। इसलिए जब एरिया चिह्नित हो जाएंगे, उसके बाद छापेमारी होगी। बिजली चोरी पकड़ने के लिए आठ टीमों का गठन किया गया है। इसके साथ ही वे एरिया चिह्नित किए जा रहे हैं जहां पर चोरी होती है। संबंधित एरिया में ही छापेमारी करके चोरी पकड़ी जाएगी और केस भी दर्ज करवाए जाएंगे।
-अजय सिंहरोहा, एसडीओ, बिजली निगम, बहादुरगढ़।