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अब होगी पेयजल माइनर की रीमाडलिग, सप्लाई को किया गया शिफ्ट, गर्मियों में खड़ा नहीं होगा संकट

-सिचाई विभाग की दिल्ली डिवीजन द्वारा किया जा रहा कार्य

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 06:51 PM (IST)
अब होगी पेयजल माइनर की रीमाडलिग, सप्लाई को किया गया शिफ्ट, गर्मियों में खड़ा नहीं होगा संकट
अब होगी पेयजल माइनर की रीमाडलिग, सप्लाई को किया गया शिफ्ट, गर्मियों में खड़ा नहीं होगा संकट

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाली बीडब्ल्यूएस (बहादुरगढ़ वाटर सप्लाई) माइनर की रीमाडलिग (सीसी लाइनिग) का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। इस कार्य का टेंडर जारी होने और साथ लगती माइनर की सफाई के बाद पानी की सप्लाई को भी शिफ्ट कर दिया गया है। निर्माण होने के बाद से ही यह माइनर खस्ताहाल थी। अब इसका दोबारा से निर्माण होगा। इससे क्षमता भी बढ़ जाएगी। सिचाई विभाग द्वारा लगभग पौने चार करोड़ से यह काम कराया जा रहा है।

दरअसल, यह माइनर सिचाई विभाग की दिल्ली डिवीजन के अंतर्गत आती है। शुरूआत में जब इसका निर्माण कराया गया था, तब इसकी क्षमता 35 क्यूसिक तक थी। मगर दिक्कत यह है कि खस्ताहाल होने के कारण इसकी क्षमता 20 क्यूसिक के आसपास ही रह गई। ज्यादा पानी छोड़ने पर जगह-जगह से इसके किनारे दरकने लगते हैं। इसी कारण शहर को कम पानी मिल पाता है और गर्मियों में भयंकर संकट खड़ा हो जाता है। अब इस माइनर की सीसी लाइनिग होनी है। जन स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा अपने-अपने हिस्से का पैसा जमा कराया गया है। जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से तो काफी समय पहले ही अपने हिस्से का पैसा जमा करा दिया था। जबकि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ से राशि जमा कराने में देर की गई। खैर दोनों विभागों की तरफ से पैसा जमा कराने और टेंडर जारी होने के बाद यह कवायद अब निर्माण कार्य जल्द शुरू होने तक पहुंच गई है। पानी को लेकर अक्सर होता है विवाद :

माइनर में कम पानी की आपूर्ति होती है, इसलिए जन स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के बीच भी अक्सर विवाद होता है। दोनों ही विभागों द्वारा एक-दूसरे पर ज्यादा पानी लेने का आरोप लगाया जाता है। जब माइनर का निर्माण जुआ था, तब शहर की आबादी आज के हिसाब से 25 से 30 फीसद तक कम थी। मुख्य जल घर के अलावा कहीं और बूस्टिग स्टेशन नहीं थे। तब इस माइनर से पर्याप्त पानी मिलता था। मगर तब से लेकर अब तक एक तरफ आबादी काफी बढ़ चुकी है और पानी की डिमांड में अत्यधिक इजाफा हुआ है, लेकिन दूसरी तरफ माइनर खस्ताहाल हो गई। ऐसे में जितनी इसकी क्षमता शुरूआत में थी, वह भी नहीं रही। सीसी लाइनिग के बाद बढ़ेगी क्षमता :

सिचाई विभाग की दिल्ली डिवीजन की ओर से इस माइनर की देखरेख की जा रही है। शुरू से लेकर आखिर तक करीब नौ किलोमीटर के एरिया में इस माइनर की सीसी लाइनिग होगी। यह एक तरह से दोबारा बनेगी। इसके बाद इसकी क्षमता 45 क्यूसिक तक पहुंच जाएगी। उसके बाद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को भी पर्याप्त पानी मिलेगा और जन स्वास्थ्य विभाग को भी। तब शहर में घरों तक पर्याप्त सप्लाई होगी। वर्जन.

माइनर की सीसी लाइनिग के लिए टेंडर जारी हो चुका है। इस माइनर की सप्लाई को भी साथ लगती दूसरी माइनर में शिफ्ट किया जा चुका है। यह कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा

--विनोद कुमार, एसडीओ, सिचाई विभाग


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