चौकीदार नहीं कांग्रेस है चोर, आकाश और पाताल भी नहीं छोड़ा: मनोहर लाल
चौकीदार नहीं कांग्रेस है चोर आकाश और पाताल भी नहीं छोड़ा मनोहर लाल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस आज चौकीदार को चोर बताकर पूरे देश की जनता का अपमान कर रही है। एक तरफ लोकतंत्र में जनता को चौकीदार बताती है, फिर उसी का मजाक उड़ाती है। असल में चोर वाला काम तो कांग्रेस ने ही किया है। उसने अपने शासन में देश के खजाने को ही नहीं बल्कि आकाश, पाताल तक को भी लूटने से नहीं छोड़ा। इसकी एक बानगी तो यही है कि सांसद दीपेंद्र ने 2009 के चुनाव में अपनी जो संपत्ति साढ़े 6 करोड़ बताई थी, वह 2014 के चुनाव के समय बढ़कर साढ़े 35 करोड़ हो गई। इतना पैसा कहां से आया, कोई नहीं बता रहा। निश्चित रूप से यह देश के खजाने से हुई चोरी का ही पैसा है।
मुख्यमंत्री ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा की संपत्ति पांच साल के अंतराल पर छह गुना बढ़ने को तो चोरी का पैसा बताया मगर चुनाव के बाद इसकी जांच को लेकर उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में असली फैसला जनता ही करती है, वह अपने आप हिसाब लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब-जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाने की कोशिश की है, तब-तब जनता के बीच कांग्रेस ने मुंह की खाई है। पहले चाय वाला कहकर और अब चौकीदार चोर है कहकर कांग्रेस देश भर के चौकीदारों का मजाक उड़ा रही है। कांग्रेस को ये मजाक फिर से भारी पड़ेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश की सभी 10 और देश भर से 400 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया और कहा कि पिछली बार तो रोहतक लोकसभा से सांसद दीपेंद्र मुख्यमंत्री के बेटे होते हुए यहां से जीत गए थे, मगर अबकी बार हालत बिल्कुल विपरीत हैं। वैसे भी कांग्रेस शासन में जिन लोगों ने जनता के खजाने को लूटा है, उनसे जनता अच्छी तरह हिसाब करेगी। दीपेंद्र कांग्रेस के इन्हीं लोगों में से एक हैं। 2009 से लेकर 2014 तक उनकी निजी संपत्ति साढ़े छह गुना बढ़कर साढ़े 35 करोड़ हो गई। इसका उन्होंने शपथ पत्र भी दिया, मगर ये पैसा कहां से आया इसका कोई जवाब नहीं। जाहिर है कि जो पैसा देश के खजाने से चोरी किया गया, उसका जवाब भी क्या होगा। मुख्यमंत्री ने परीक्षा केंद्रों में सिक्ख समुदाय के धार्मिक प्रतीक चिन्हों पर प्रतिबंध के सवाल को लेकर कहा कि जो नियम पहले से हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। यदि कुछ गलत है, तो इस मामले को देखेंगे। किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे ऐसा प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इलाज और दवा की गुणवत्ता में कमी के चलते आंखों की रोशनी खराब होने के मामले में भी जांच शुरू होने की बात कही। उन्होंने कहा कि दवा का सैंपल लैब में भिजवा दिया है। कुछ गलत मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी। ----