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बाजरे की खरीद के लिए 20 हजार से अधिक किसानों ने कराया है रजिस्ट्रेशन

बाजरे की सरकारी खरीद 1 अक्टूबर से होनी है। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। हालांकि अभी गांवों का शेड्यूल नहीं बना है। इस बीच मार्केट कमेटी की ओर से किसानों के गेट पास काटने के लिए ऑपरेटरों की ड्यूटी लगा दी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 07:00 AM (IST)
बाजरे की खरीद के लिए 20 हजार से अधिक किसानों ने कराया है रजिस्ट्रेशन
बाजरे की खरीद के लिए 20 हजार से अधिक किसानों ने कराया है रजिस्ट्रेशन

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बाजरे की सरकारी खरीद 1 अक्टूबर से होनी है। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। हालांकि अभी गांवों का शेड्यूल नहीं बना है। इस बीच मार्केट कमेटी की ओर से किसानों के गेट पास काटने के लिए ऑपरेटरों की ड्यूटी लगा दी है। उधर, आढ़ती इस खरीद को लेकर अभी असमंजस में हैं। उनका कमीशन तय नहीं हो सका है। मंडी में जब बाजरे की आवक होगी, उसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

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शहर की अनाज मंडी में पहली बार बाजरे की सरकारी खरीद होगी। यहां पर हैफेड की ओर से बाजरा खरीदा जाएगा। बाजरे की सरकारी खरीद यहां पर पहले कभी नहीं हुई। इस बार सरकार द्वारा यहां की मंडी में भी खरीद केंद्र बनाया गया है। इस बार बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2150 रुपये प्रति क्विंटल है। इसी पर फसल खरीदी जाएगी। हैफेड की ओर से खरीद तो आढ़तियों के माध्यम से होगी। मगर किसानों को भुगतान सीधे तौर पर किया जाएगा। कमीशन को लेकर आढ़ती असमंजस में

बहादुरगढ़ में खरीफ सीजन में फसलों की सरकारी खरीद कभी नहीं हुई। इस मौसम में धान और बाजरा ही मुख्य फसलें हैं। धान की तो यहां पर प्राइवेट खरीद भी न के बराबर ही होती है। इस बार बाजरे की सरकारी खरीद होगी। पिछले साल तक किसान बाजरे की बिक्री के लिए झज्जर का रुख करते रहे हैं। इस बार उनके लिए नजदीकी मंडी में ही फसल बेचना आसान होगा। दूसरी ओर जिन आढ़तियों के माध्यम से बाजरे की खरीद होगी, वे अभी असमंजस में हैं। खरीद एजेंसी की ओर से यह तय नहीं किया गया है कि उन्हें कितना कमीशन मिलेगा। अभी नहीं बना है गांवों का शेड्यूल

फसल खरीद को लेकर हर बार गांवों का शेड्यूल बना दिया जाता है। मंडी में फसल बिक्री के लिए किस गांव के किसान किस तिथि को आएंगे, यह शेड्यूल में शामिल होता है। हालांकि अभी यह नहीं बना है। इस बीच मार्केट कमेटी की ओर से फसल बिक्री के लिए आने वाले किसानों के गेट पास काटने की तैयारी जरूर कर ली है। जिन किसानों ने फसल बिक्री के लिए ऑनलाइन ब्यौरा दर्ज करवाया है, केवल उन्हीं किसानों की फसल खरीदी जाएगी। एक किसान एक दिन में अधिकतम 40 क्विंटल बाजरा ही बेच सकता है। प्रति एकड़ पर अधिकतम आठ क्विंटल बाजरा ही खरीदा जाएगा। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल की स्थिति

फसल किसान एरिया एकड़ में

बाजरा 20,378 1,10395.43

कपास 4,230 13,400.7

धान 680 2,896.14

अरहर 28 51.13

खरीद को लेकर तैयारियां पूरी हैं। बाजरे की आवक के साथ ही आढ़तियों को बारदाना उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

दीपक कुमार, मैनेजर, हैफेड मंडी में जो सुविधाएं किसानों को मिलनी चाहिए, वे मार्केट कमेटी द्वारा दी जाएंगी। जैसे ही किसान आएंगे तो गेट पास काट दिए जाएंगे।

उमेश दांगी, सचिव, मार्केट कमेटी अभी खरीद एजेंसी द्वारा यह तय नहीं किया गया है कि आढ़तियों का कमीशन क्या होगा। किसानों को अदायगी एजेंसी सीधे तौर पर करेगी।

पंकज गर्ग, आढ़ती


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