पंजाब के गांवों में तैयार कर आंदोलन में पहुंचाई जा रही खोया पिन्नी, हरियाणवियों को भी लुभा रही
-भिवानी के तालू से कुछ युवा डाक कांवड की तरह लेकर आए कृषि हल
-भिवानी के तालू से कुछ युवा डाक कांवड की तरह लेकर आए कृषि हल फोटो-16,17, 18 व 20, 21: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
आंदोलन स्थल पर किसान पंजाब के हो या हरियाणा के, खोया पिन्नी सबको भा रही है। दरअसल खोया बर्फी को लड्डू के आकार में बनाया जाता है, वह पंजाब की पिन्नी है। आंदोलन की शुरूआत से ही यह सभी को भा रही है। पंजाब के गांवों में दूध एकत्रित करके यह पिन्नी बनाई जा रही है। आंदोलन में शामिल युवाओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। वे आंदोलन के बीच कम रुकते हैं और पंजाब में अप-डाउन ज्यादा करते हैं। वहां से खोया पिन्नी तो लाते ही हैं कभी गाजरपाक तो कभी दूसरे पकवान तैयार करके ला रहे हैं। एक ही धुन है कि ये कृषि कानून रद हों। यहां आंदोलन स्थल पर कभी किसी जगह तो कभी किसी जगह पर पिन्नी वितरित करते हैं। पंजाब के लुधियाना के जसपिद्र ने बताया कि ज्यादातर गांवों में इस तरह की चीजें तैयार की जा रही हैं। पूरे गांव से दूध व अन्य चीजें एकत्रित होती हैं। अगली बार गाजरपाक लेकर आएंगे। डाक कांवड़ की तरह आंदोलन में लेकर पहुंचे काठ का हल :
भिवानी के तालु से कुछ युवा बुधवार की शाम को काठ का हल (कृषि यंत्र) कंधे पर लेकर पहुंचे। जिस तरह डाक कांवड़ में कई बाइक दौड़ती हैं और उन पर कई-कई युवा सवार रहकर बारी-बारी से कांवड़ को लेकर दौड़ते हैं, ठीक उसी तरह भी ये युवा टीकरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन के बीच यह हल लेकर पहुंचे।