सांखौल बनेगा झज्जर का पहला डिजिटल गांव
सांखौल बनेगा झज्जर का पहला डिजिटल गांव
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर से सटा सांखौल गांव झज्जर जिले का पहला डिजिटल गांव बनने जा रहा है। सरकार ने प्रदेश के हर जिले से एक गांव को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसी के तहत झज्जर के सांखोल गांव का चयन किया गया है। गांव में कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित कर दिया गया। डिजिटल मुहिम के तहत गांव को पूरी तरह से वाई-फाई किया जाएगा। गांव वालों को नैटबैंकिग से भी जोड़ा जाएगा। इससे गांव के लोग घर बैठे अपने बिजली का बिल भर सकेंगे। राशन कार्ड बनवाना है या फिर कोई दूसरी सरकारी सुविधा लेनी है तो वह सब काम गांव में ही हो जाएगा। डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार काम किया जा रहा है। सरकारी सुविधाओं के लिए घर बैठे आवेदन करने का काम हो या फिर घर बैठे बिजली और पानी के बिल भरने का काम। हर काम जिसके लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं, वे काम डिजिटल साक्षरता के तहत घर बैठे किए जा सकते हैं। इसी मकसद को पूरा करने के लिए हरियाणा के हर जिले के एक गांव को पूरी तरह डिजिटल करने का मिशन शुरू किया गया है। बहादुरगढ़ के नजदीकी सांखौल गांव का चयन भी डिजिटल योजना के लिए किया गया है। इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर और जिला प्रशासन की तरफ से गांव के सचिवालय में एक वर्कशाप का आयोजन भी किया गया। प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर सुनील कादियान ने बताया कि डिजिटल गांव के तहत पूरे गांव को वाई फाई किया जाएगा। गांव वालों को घर बैठे नैटबैंकिग और बिल भरने की प्रक्रिया सिखाई जाएगी। इस मकसद को पूरा करने के लिए ग्राम सचिवालय में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना की गई है। गांव में ही आधार कार्ड, पेन कार्ड, राशन कार्ड जैसी कई सारी सुविधाओं के लिये आवेदन किया जा सकेगा। गांव वालों को मोबाइल और कम्पयूटर के जरिये काम करने के तरीके सिखाए जाएंगे। जिले की टीम के साथ मिलकर सीएसई संचालक गांव में वर्कशॉप भी करेंगे।