पात्र बनने को उमड़ा परीक्षार्थियों का हुजूम
हादुरगढ़ : पात्र शिक्षक बनने के लिए एचटेट के लेवल-3 में शनिवार को यहां परीक्षार्थियों का भारी हुजूम उमड़ा। केंद्रों के बाहर लंबी लाइनें, बेचैन परिजन, बारीकी नजर डाले पुलिस अमला और फिर सन्नाटे के बीच अढ़ाई घंटे तक चली परीक्षा में नकल की संभावना को क्षीण बनाने के लिए आखिर तक मुस्तैदी दिखी। बहादुरगढ़ में अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में कुल मिलाकर बनाए गए 14 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई। हालांकि पिछली बार यहां केंद्रों की संख्या 16 थी और कई जगह दो-दो परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार जगह एक
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : पात्र शिक्षक बनने के लिए एचटेट के लेवल-3 में शनिवार को यहां परीक्षार्थियों का भारी हुजूम उमड़ा। केंद्रों के बाहर लंबी लाइनें, बेचैन परिजन, बारीकी नजर डाले पुलिस अमला और फिर सन्नाटे के बीच अढ़ाई घंटे तक चली परीक्षा में नकल की संभावना को क्षीण बनाने के लिए आखिर तक मुस्तैदी दिखी।
बहादुरगढ़ में अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में कुल मिलाकर बनाए गए 14 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई। हालांकि पिछली बार यहां केंद्रों की संख्या 16 थी और कई जगह दो-दो परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार जगह एक ही परीक्षा केंद्र था। प्रत्येक पर तीन सौ से अधिक परीक्षार्थी रहे। इस परीक्षा को नकल रहित और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन ने एड़ी चोटी का जोर लगाया। परीक्षार्थियों के लिए भी केंद्रों पर पहुंचने में किसी तरह की परेशानी नहीं आई। ---तीन स्तरों पर चे¨कग, फिर हुई परीक्षा सभी परीक्षा केंद्रों पर कई देर पहले से ही प्रवेश शुरू हो गया था। परीक्षा तीन बजे शुरू हुई। जबकि परीक्षा केंद्रों पर 12:50 से ही एंट्री शुरू कर दी गई थी। उससे पहले ही बाहर परीक्षार्थियों की लंबी लाइनें लग गई थी। महिला परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा रही। मुख्य द्वार से लेकर तीन स्तर पर चे¨कग हुई। सभी परीक्षा केंद्रों पर अलग-अलग चे¨कग प्वाइंट बनाए गए थे। पुरुष परीक्षार्थियों के तो जूते निकलवाकर जांच की गई। उसके बाद उनके अनुक्रमांक और पहचान पत्रों की जांच की गई। गेट पर मेटल डिटेक्टर भी रहे। परीक्षा केंद्रों के अंदर जैमर लगे रहे, ताकि मोबाइल काम न कर सकें। सीसीटीवी कैमरों में पूरा ²श्य कैद होता रहा। महिला परीक्षायों के मंगलसूत्र, ¨बदी को छोड़ सभी तरह के आभूषण निकलवा दिए गए। ---बेचैन दिखे परिजन सभी केंद्रों पर महिला परीक्षार्थियों के साथ उनके परिजन भी आए थे। इक्का दुक्का को छोड़कर किसी के साथ पति तो किसी के साथ परिवार के दूसरे सदस्य रहे। उनमें भी इस परीक्षा को लेकर बेचैनी दिखी। परीक्षा केंद्रों के बाहरी गेट से चिपके ये लोग अंदर झांकते रहे। परीक्षा शुरू होते ही इन्हें दूर-दूर कर दिया गया। ---चप्पे-चप्पे पर रही पुलिस की निगाह परीक्षा से कई घंटे पहले ही पुलिस प्रशासन का अमला सक्रिय हो गया था। सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास निगरानी रखने के लिए अलग से टीमें बनाई गई थी। जबकि परीक्षा केंद्रों के परिसर में आठ से 10 पुलिस जवान तैनात रहे। इनमें महिला पुलिस कर्मी भी शामिल रही। कुल मिलाकर बहादुरगढ़ उपमंडल में इस परीक्षा के दौरान सुरक्षा बनाए रखने के लिए 300 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। एसएचओ से लेकर उच्चाधिकारियों की टीमों ने पूरे आयोजन के दौरान निगरानी रखी। ---पूरी तरह मुस्तैद रहे ड्यूटी अधिकारी इस परीक्षा के दौरान उपमंडल में एसडीएम ओवर आल इंचार्ज रहे। प्रत्येक केंद्र पर सुपरवाइजर और निर्धारित संख्या में केंद्रों पर एक मजिस्ट्रेट की डयूटी लगाई गई थी। परीक्षा के दौरान सभी अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद दिखे।