Move to Jagran APP

हरियाणा सरकार ने नहीं दिया शपथ पत्र, डीजी सैट पर जारी रहेगी रोक

?????? ???? ???? ?????? ??? ????? ?? ????? ?????? ?? ???????? ?????? ?????? ?????? ?? ??????? ??????? ?? ?? ?? ??????? ???? ? ???????? ?? ????? ?????? ?? ??? ??????? ?? ?????????? ???? ???? ?? ???? ????? ??????? ?? 18 ??????? ?? ??? ???? ?? ????? 22 ??????? ?? 24 ???? ????? ?????? ?? ???? ????? ????? ?? ????? ??? ??? 24 ???? ??????? ????? ?????? ???? ??? ????? ???

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 06:29 PM (IST)Updated: Fri, 25 Oct 2019 06:19 AM (IST)
हरियाणा सरकार ने नहीं दिया शपथ पत्र, डीजी सैट पर जारी रहेगी रोक
हरियाणा सरकार ने नहीं दिया शपथ पत्र, डीजी सैट पर जारी रहेगी रोक

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

loksabha election banner

दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में ग्रेप के दौरान जनरेटर पर प्रतिबंध बरकरार रहेगा। ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल की ओर से हरियाणा, यूपी व राजस्थान के ऊर्जा सचिवों के साथ मंगलवार को प्रस्तावित बैठक नहीं हो सकी। दरअसल, भूरेलाल ने 18 अक्टूबर को हुई बैठक के दौरान 22 अक्टूबर तक 24 घंटे बिजली सप्लाई का पूरा एक्शन प्लान और कितने समय में 24 घंटे निर्बाध बिजली सप्लाई देने में कितना समय और लगेगा, इसके लिए शपथ पत्र देने के निर्देश दिए थे। मगर हरियाणा के साथ-साथ यूपी व राजस्थान सरकार की ओर से भी शपथ पत्र व एक्शन प्लान ईपीसीए को नहीं दिया। इस कारण मंगलवार को प्रस्तावित बैठक नहीं हो सकी। ऐसे में अब डीजी सैट पर लगी रोक बरकरार रहेगी। ईपीसीए चेयरमैन भूरेलाल के पीए केसर ने बताया कि एक्शन प्लान किसी भी सरकार की ओर से नहीं दिया गया। इसीलिए मंगलवार को होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई।

गौरतलब है कि ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल ने दिल्ली-एनसीआर में 15 अक्टूबर से ग्रेप लागू किया था। इस अवधि के दौरान जनरेटर सैट चलाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। हरियाणा, यूपी व राजस्थान सरकारों ने 24 घंटे बिजली सप्लाई की सुविधा न होने की वजह से जनरेटर सैट से यह पाबंदी हटाने की मांग की थी, मगर ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल ने उनकी इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था। हरियाणा के डीएचबीवीएन की ओर से एनजीटी में डाली गई याचिका को भी रद किया जा चुका है। बूंदाबांदी के बाद पीएम 2.5 के स्तर में हुआ सुधार, मगर प्रदूषण लेवल अब भी खराब:

औद्योगिक क्षेत्र बहादुरगढ़ में प्रदूषण की स्थिति अब भी खराब है। हालांकि गत दिनों हुई बूंदाबांदी के बाद पीएम 2.5 के स्तर पर कुछ सुधार हुआ है। 18 अक्टूबर को पीएम 2.5 का स्तर 168 माइक्रोग्राम था जो मंगलवार को 115 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। मगर यह अब भी मध्यम स्तर पर है जो सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.