क्रांतिकारी मांगेराम वत्स के पोते को गाड़ी ने रौंदा, मौत
शहीद भगत सिंह के साथी रहे मांडौठी गांव के क्रांतिकारी पंडित मांगेराम वत्स के पोते सुयश वत्स (60) को शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार ईको गाड़ी ने रौंद दिया। इसमें उनकी मौत हो गई। वे एक आश्रम से दूध लेकर बाइक पर घर लौट रहे थे।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहीद भगत सिंह के साथी रहे मांडौठी गांव के क्रांतिकारी पंडित मांगेराम वत्स के पोते सुयश वत्स (60) को शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार ईको गाड़ी ने रौंद दिया। इसमें उनकी मौत हो गई। वे एक आश्रम से दूध लेकर बाइक पर घर लौट रहे थे।
इसी दुर्घटना में आरोपित गाड़ी चालक समेत आठ अन्य लोग जख्मी हो गए। इनमें से एक की हालत नाजुक है। उसे दिल्ली रेफर किया गया है। घायलों में दो महिलाएं भी हैं। यह घटना नाहरा-नाहरी मार्ग पर हुई। मृतक सुयश वत्स दिल्ली में शिक्षक थे और जून में ही रिटायर हुए थे। उनका परिवार शहर की नई बस्ती में रहता है। रोजाना वे बामनौली गांव के पास स्थित आश्रम से दूध लेने बाइक पर जाते थे। शुक्रवार सुबह लौटते समय सामने से आ रही ईको गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सीधे ही उनकी बाइक को रौंदती चली गई। उनके पीछे आ रही दूसरी बाइक भी चपेट में आ गई। इसके बाद भी ईको गाड़ी नहीं रुकी और सड़क से उतरकर पेड़ से जा टकराई। सुयश ने दम तोड़ दिया जबकि दूसरी बाइक पर सवार दिल्ली के गांव जौनती के रहने वाले दो भाई सुरेंद्र और बिजेंद्र जख्मी हो गए। अन्य घायलों में ईको गाड़ी चालक नजफगढ़ निवासी भगत सिंह, शालू पत्नी रमन, राजेंद्र सिंह, राहुल, नवीन व कमला देवी शामिल हैं। पता चला है कि ईको सवार लोग सोनीपत के गोहाना की तरफ जा रहे थे। घायल भाइयों में से एक रेफर
मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। ईको गाड़ी में सवार सभी लोगों को रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया। जबकि दोनों भाइयों सुरेंद्र व बिजेंद्र को शहर के ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में ले जाया गया। सुरेंद्र की हालत गंभीर है। उसे दोपहर के समय यहां से दिल्ली के अस्पताल रेफर कर दिया गया। ईको गाड़ी के चालक के खिलाफ लापरवाही के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव वारिसों को सौंप दिया गया।
कर्मवीर सिंह, एसएचओ, लाइनपार थाना।