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संशोधित खबर..सांपला तक मेट्रो के विस्तार से पीछे हटी सरकार, प्रस्ताव रद

रोहतक के सांपला के लिए मेट्रो का इंतजार अब लंबा हो गया है। भविष्य में यहां तक मेट्रो कब पहुंचेगी यह अब तय नहीं है क्योंकि बहादुरगढ़ से सांपला तक मेट्रो लाइन के विस्तार प्रोजेक्ट का फिलहाल जो प्रस्ताव था उससे हरियाणा सरकार ने अपने हाथ खींच लिए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) ने अपनी रिपोर्ट इस प्रोजेक्ट को व्यवहारिक नहीं बताया है। डीएमआरसी की ओर से पिछले दिनों किए गए तकनीकी अध्ययन में खुलासा हुआ है कि इस रूट पर यात्री बहुत कम हैं। ऐसे में लागत ज्यादा और मुनाफा कम होगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 10:56 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 06:15 AM (IST)
संशोधित खबर..सांपला तक मेट्रो के विस्तार से पीछे हटी सरकार, प्रस्ताव रद
संशोधित खबर..सांपला तक मेट्रो के विस्तार से पीछे हटी सरकार, प्रस्ताव रद

फोटो-101 की सीरीज: जागरण ब्रेकिग. - डीएमआरसी की तकनीकी अध्ययन रिपोर्ट में सरकार ने माना, यह प्रोजेक्ट नहीं व्यवहारिक - मुनाफा कम व लागत ज्यादा होने की वजह से सरकार ने इस प्रोजेक्ट से फिलहाल खींचे हाथ कृष्ण वशिष्ठ, बहादुरगढ़:

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रोहतक के सांपला के लिए मेट्रो का इंतजार अब लंबा हो गया है। भविष्य में यहां तक मेट्रो कब पहुंचेगी यह अब तय नहीं है, क्योंकि बहादुरगढ़ से सांपला तक मेट्रो लाइन के विस्तार प्रोजेक्ट का फिलहाल जो प्रस्ताव था, उससे हरियाणा सरकार ने अपने हाथ खींच लिए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) ने अपनी रिपोर्ट इस प्रोजेक्ट को व्यवहारिक नहीं बताया है। डीएमआरसी की ओर से पिछले दिनों किए गए तकनीकी अध्ययन में खुलासा हुआ है कि इस रूट पर यात्री बहुत कम हैं। ऐसे में लागत ज्यादा और मुनाफा कम होगा। बहादुरगढ़-सांपला मेट्रो लाइन फिलहाल घाटे का सौदा साबित हो सकती है। डीएमआरसी की इसी रिपोर्ट पर हरियाणा मास रेपिड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (एचएमआरटीसी) ने भी इस प्रस्ताव को व्यवहारिक न मानते हुए रद कर दिया है।

दरअसल, 24 जून 2018 को बहादुरगढ़ मेट्रो के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय आवास व शहरी कार्य राज्य मंत्री हरदीप पुरी की उपस्थिति में बहादुरगढ़ से सांपला तक मेट्रो लाइन के विस्तार की मांग की थी। बहादुरगढ़ मेट्रो का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसी कड़ी में डीएमआरसी और हरियाणा सरकार की ओर से भेजे गए टर्म ऑफ रेफरेंस पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने 16 अक्टूबर 2018 को मंजूरी दी थी। 16 अप्रैल 2019 को डीएमआरसी व हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने बहादुरगढ़ से सांपला तक मौके का प्राथमिक सर्वे किया था, जिसमें 17.40 किलोमीटर लंबे इस रूट पर 12 स्टेशन बनाने प्रस्तावित किए थे लेकिन बाद में एचएमआरटीसी ने 8 मेट्रो स्टेशनों बनाने के सुझाव दिए थे। इसी आधार पर एचएमआरटीसी ने डीएमआरसी से इस प्रोजेक्ट का तकनीकी सर्वे करने की मांग की थी। डीएमआरसी की ओर से किए तकनीकी सर्वे में खुलासा हुआ कि इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव फिलहाल व्यवहारिक नहीं है। वर्जन..

एचएमआरटीसी ने बहादुरगढ़-सांपला मेट्रो लाइन का तकनीकी सर्वे कराया था। सर्वे में कई तकनीकी खामियां पाई गई हैं। तकनीकी अध्ययन करने के बाद पता चला कि यह प्रोजेक्ट फिलहाल व्यवहारिक नहीं है। इसीलिए मौजूदा हालात में इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को रद कर दिया गया है।

-नदीम अख्तर, योजना सलाहकार, हरियाणा मास रेपिड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन वर्जन..

हरियाणा सरकार ने बहादुरगढ़ सांपला मेट्रो लाइन के लिए डीएमआरसी से टेक्नो फिजिबल सर्वे कराया था। हमने पिछले दिनों इसकी रिपोर्ट सौंप दी थी। सर्वे के दौरान जो भी वास्तविक स्थिति थी, उसका रिपोर्ट में जिक्र है। अब इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को लेकर हरियाणा सरकार ही फैसला लेगी।

---मोहिद्र यादव, डिप्टी सीपीआरओ, डीएमआरसी। वर्जन..

हुड्डा सरकार के समय चार साल में ही चार शहरों तक मेट्रो लाने का काम किया गया था। भाजपा सरकार ने अब तक के कार्यकाल में मेट्रो का एक भी खंभा नया नहीं लगाया है। हुड्डा सरकार के समय रोहतक आइएमटी तक मेट्रो ले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि रोहतक तो दूर बहादुरगढ़ से सांपला तक मेट्रो लाइन प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को रद कर दिया गया है।

--दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सांसद, रोहतक।

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वर्जन...

मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि बहादुरगढ़-सांपला मेट्रो लाइन के विस्तारीकरण प्रस्ताव को रद कर दिया गया है। अगर ऐसी बात है तो मैं खुद इस मामले में आवाज उठाऊंगा। संबंधित अधिकारियों व सरकार से बातचीत की जाएगी। इस प्रोजेक्ट को किसी भी सूरत में रद नहीं होने दिया जाएगा, भले ही सरकार से मांग करके दोबारा सर्वे क्यों ना कराना पड़े।

---अरविद शर्मा, सांसद, रोहतक।


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