Move to Jagran APP

फार्मासिस्टों की पूर्ण हड़ताल, अस्पताल प्रबंधन ने स्टाफ नर्सों के सहारे की दवा वितरण

शहर के सिविल अस्पताल में मांगों को लेकर फार्मासिस्टों की हड़ताल बृहस्पतिवार से व्यापक हो गई। अभी तक सेवाएं दे रहे दो फार्मासिस्ट भी इस हड़ताल में शामिल हो गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 05:54 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 06:44 AM (IST)
फार्मासिस्टों की पूर्ण हड़ताल, अस्पताल प्रबंधन ने स्टाफ नर्सों के सहारे की दवा वितरण
फार्मासिस्टों की पूर्ण हड़ताल, अस्पताल प्रबंधन ने स्टाफ नर्सों के सहारे की दवा वितरण

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

loksabha election banner

शहर के सिविल अस्पताल में मांगों को लेकर फार्मासिस्टों की हड़ताल बृहस्पतिवार से व्यापक हो गई। अभी तक सेवाएं दे रहे दो फार्मासिस्ट भी इस हड़ताल में शामिल हो गए हैं। इससे एक बार तो अस्पताल में दवा वितरण ठप हुआ, लेकिन प्रबंधन ने जल्दी ही छह से ज्यादा ट्रेनी फार्मासिस्ट और दो स्टाफ नर्स डिस्पेंसरी में तैनात कर दी। इनके जरिये मरीजों को दवाइयों का वितरण करवाया गया। ऐसे में कोई भी मरीज दवा लेने से वंचित नहीं रहा।

अस्पताल में नौ फार्मासिस्ट हैं। इनमें से छह तो शुरू दिन से ही हड़ताल पर थे। एक मेडिकल अवकाश पर थे। बाकी दो फार्मासिस्टों ने तीन दिन तक तो अस्पताल में ड्यूटी की, मगर बृहस्पतिवार से वे भी हड़ताल में शामिल हो गए। यहां के सभी हड़ताली फार्मासिस्टों ने जिला मुख्यालय झज्जर पहुंचकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई। उन्होंने एलान किया कि मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। इधर, फार्मासिस्टों की पूर्ण हड़ताल के कारण सिविल अस्पताल में सुबह के समय एक बार तो दवा विरतण कार्य प्रभावित हुआ, मगर बाद में अस्पताल प्रबंधन ने छह से ज्यादा ट्रेनी फार्मासिस्ट यहां पर तैनात कर दिए। साथ ही दो स्टाफ नर्स की भी ड्यूटी लगा दी। इससे दवा वितरण कार्य शुरू हो गया और भीड़ छंटती चली गई। 12 बजे तक यहां पर इक्का-दुक्का मरीज ही दवा लेने के लिए नजर आए। बाकी दवाइयां लेकर लौट गए। अस्पताल में आने वाले 70 फीसद मरीजों को दवाइयों की जरूरत होती है। उधर, हड़ताली फार्मासिस्टों ने ट्रेनी व स्टाफ नर्स के जरिये दवा वितरण करवाने को नियमों के विरुद्ध ठहराया। ::::दवा वितरण कार्य के लिए स्टाफ नर्स और ट्रेनी फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई गई। इससे दवा वितरण प्रभावित नहीं हुआ। सभी मरीजों को दवाइयां मिली।

--डा. मुकेश इंदोरा, कार्यवाहक पीएमओ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.