यातायात नियमों का पालन करने पर ही हादसों पर लगेगी रोक
ट्रैफिक नियमों के प्रति बच्चों में जागरूकता लाने के लिए शहर के सेक्टर 9 स्थित गंगा इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। दैनिक जागरण की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई तथा उन्हें सड़क हादसों में घायलों की मदद कर उनकी जान बचाने का आह्वान किया गया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
ट्रैफिक नियमों के प्रति बच्चों में जागरूकता लाने के लिए शहर के सेक्टर-9 स्थित गंगा इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। दैनिक जागरण की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई तथा उन्हें सड़क हादसों में घायलों की मदद कर उनकी जान बचाने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम जगनिवास ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल की प्राचार्या पंकज रानी ने की। बच्चे यातायात नियम अपनाएंगे तो आएंगे सकारात्मक परिणाम
एसडीएम जगनिवास ने कहा कि बच्चों को यदि ट्रैफिक नियमों को जीवन में अपना लें तो इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। सड़कों पर दुर्घटनाओं से लेकर कई तरह की समस्याएं अपने आप खत्म हो सकती हैं। बच्चे ही परिवार के बड़ों को भी नियमों का पाठ पढ़ा सकते हैं। आज जो बच्चे सड़कों पर अनुशासन से चलेंगे, स्वाभाविक रूप से वे आने वाली पीढि़यों को भी वैसा ही आचरण सिखाएंगे। उन्होंने ट्रैफिक नियमों के पालन पर स्कूल प्रबंधन की भी तारीफ की। एसडीएम जगनिवास ने कहा कि हर साल भारत में करीब डेढ़ लाख लोगों की जान सड़क हादसों की वजह से जाती हैं। इनमें ज्यादा हादसे दुपहिया वाहनों की होती हैं। बिना हेलमेट की वजह से बाइक सवार अपनी जान गंवा देते हैं। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे अपने अभिभावकों को समझाएं कि बाइक चलाते समय हेलमेट पहने, कार चलाते समय सीट बेल्ट लगाएं और लेट नाइट ड्राइ¨वग ना करें। सड़क पार ध्यान से करें। साथ ही यातायात के अन्य नियमों का पालन भी करें। सड़क पर दुर्घटना देखें तो करें पुलिस को सूचित, मदद भी करें:सुधीर
सड़क सुरक्षा संगठन के सचिव सुधीर भारद्वाज ने बच्चों से यातायात नियमों को लेकर सवाल-जवाब किए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर यदि कहीं भी हादसे या दुर्घटना में कोई व्यक्ति घायल नजर आए तो तुरंत हेल्प लाइन नंबर 1073 पर इसकी सूचना दें। साथ ही घायल को प्राथमिक उपचार या फिर उसे नजदीकी अस्पताल में जल्द से जल्द दाखिल कराने का प्रयास करें। दूसरा, यदि बच्चे नियमों के प्रति अपने माता-पिता को सचेत करेंगे तो जागरूकता बड़ी तेजी से फैलेगी। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि यदि उनके माता-पिता बिना हेल्मेट या सीट बेल्ट के वाहन चलाते हैं तो उनके साथ बैठने से पहले नियमों का पालन जरूर कराएं। उन्होंने कहा कि अब दुर्घटना की सूचना देने वालों से पुलिस कोई पूछताछ नही करती। हादसे की सूचना देकर जान बचाने वालों को सरकार पुरस्कार भी देती है। उन्होंने बच्चों से कहा कि जब तक वे बालिग न हो जाए तब तक वाहन न चलाएं। बच्चों को दिलाया यातायात नियमों की पालना का प्रण
गंगा इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्या पंकज रानी ने भी बच्चों को ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए प्रेरित किया। प्राचार्या ने कहा कि हो सकता है आने वाले समय में ट्रैफिक नियम शिक्षा का हिस्सा बन जाएं और इस विषय में डिग्री के लिए पढ़ाई होने लगे। यह बेहद जरूरी है। इस मौके पर सभी बच्चों को ट्रैफिक नियमों का शिद्दत से पालन करने का प्रण दिलाया गया।