मेट्रो कार्ड बदलने का पाच दिन का झझट खत्म, अब हाथोंहाथ ले नया कार्ड
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने यात्रियों को
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने के लिए एक और कदम बढ़ाया है। उसने अब खराब स्मार्ट कार्ड को बदलने की प्रक्रिया में पाच दिन का झझट खत्म कर दिया है। यात्री अब किसी भी स्टेशन से हाथोंहाथ नया कार्ड ले सकेंगे। वह भी बिल्कुल मुफ्त। डीएमआरसी के इस फैसले से बड़ी संख्या में यात्रियों को राहत मिली है।
दरअसल, यात्रा के समय कई बार स्मार्ट कार्ड मेट्रो स्टेशन के एएफसी गेट पर काम नही करता। ऐसे में यात्री को वह कार्ड जमा करवाने के पाच दिनों बाद नया कार्ड मिल पाता था। अब यह लंबी प्रक्रिया खत्म हो गई है। समय बचेगा और परेशानी भी नहीं होगी
नई प्रक्रिया के मुताबिक यात्रियों का समय बचेगा और परेशानी भी नहीं होगी। जिस स्टेशन पर स्मार्ट कार्ड काम नही करेगा। वहीं पर कस्टमर केयर से यात्री तुरत नया कार्ड ले सकेंगे। यदि कार्ड पूरी तरह दुरुस्त है, यानी कटा-फटा नही है तो उस सूरत में यात्री को 100 रुपये देने होंगे। यह राशि भी यात्री को कार्ड में रिचार्ज के जरिये वापस मिल जाएगी। ऐसा इसलिए होगा, ताकि यात्री को गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कत न आए। कार्ड दुरुस्त नही है तो 150 रुपये देने होंगे। इसमें से 50 रुपये का शुल्क मेट्रो लेगी। बाद में पाच दिन के पश्चात और 90 दिनों तक यात्री उस नए स्मार्ट कार्ड को जब एवीएम मशीन के जरिये रिचार्ज करेगे तो उनका पहले वाला बैलेंस भी अपने आप उसमें शामिल हो जाएगा। यह थी पुरानी प्रक्रिया
अब से पहले किसी यात्री को इस तरह की समस्या आती थी तो कार्ड को जमा कराने के बाद उसी स्टेशन पर पाच दिन बाद जाना होता था। उसके बाद यात्री को नया कार्ड मिल पाता था। इससे उन्हें कई तरह की परेशानी आती थी। बार-बार उसी स्टेशन पर चक्कर लगाने होते थे, जहा कार्ड जमा होता था। इसमें समय और पैसा भी खर्च होता था। मगर अब ऐसा नही होगा। 70 फीसद यात्री कर रहे है स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल
डीएमआरसी के अनुसार फिलहाल 70 फीसद यात्री मेट्रो के स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे है। इस पर उन्हे किराये में पीक टाइम के दौरान 10 और ऑफ पीक टाइम में 20 फीसद की छूट दी जाती है। रोजाना 600 खराब कार्ड हो रहे है जमा
अब तक मेट्रो की ओर से लगभग सवा दो करोड़ स्मार्ट कार्ड जारी किए गए है। इनमें से औसतन 600 कार्ड रोजाना बदलने के लिए जमा हो रहे है। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार एएफसी गेट पर जो कार्ड काम नहीं करते, उसके पीछे कार्ड का फिजीकली तौर पर खराब होना ही प्रमुख कारण रहता है। मसलन कार्ड को जेब में गलत ढग से रखने, अच्छी तरह से इस्तेमाल न करने समेत कई वजह से यह खराब हो जाता है। फिलहाल जितने कार्ड बदले जा रहे है उनमें से 30 फीसद मामलों में यही वजह होती है। वर्जन..
यात्रियों की सुविधा के लिए यह प्रक्रिया बदली गई है। अब उन्हे तुरत किसी भी स्टेशन से नया स्मार्ट कार्ड मिल सकेगा। इस कार्ड के रखरखाव को लेकर यात्री जागरूक रहे, तो इसको जल्द बदलवाने की भी जरूरत न पड़े।
--मोहिद्र सिंह, मैनेजर, पीआर, डीएमआरसी।