आंदोलन का असर : दिल्ली के लिए मेट्रो से महंगा कैब का सफर
फोटो-10 जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ दिल्ली के नांगलोई-पीरागढ़ी तक की रोजमर्रा की आवा
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जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :दिल्ली के नांगलोई-पीरागढ़ी तक की रोजमर्रा की आवाजाही किसान आंदोलन के कारण कहीं महंगी हो गई है। कैब चालकों ने किराया ढाई गुना कर रखा है। ऐसे में कैब का सफर मेट्रो से भी महंगा चल रहा है। लोग परेशानी के साथ-साथ नुकसान भी झेल रहे हैं तो कैब चालक अपना रोना-रो रहे हैं। इस आंदोलन को एक महीना पूरा होने को है। 26 नवंबर को टीकरी बॉर्डर बंद हो गया था। शुरू के कई दिनों तक तो दिल्ली में आवाजाही कहीं ज्यादा प्रभावित थी। मेट्रो पर भी असर पड़ा। अब कुछ दिनों से बहादुरगढ़ से कैब नांगलोई-पीरागढ़ी के लिए चल रहीं थी। आम दिनों में यह किराया 20 रुपये था। मगर अब यह 50 रुपये वसूला जा रहा है। मेट्रो में नांगलोई तक का किराया 40 रुपये है, मगर कैश का लेन-देन नहीं है। इसलिए लोग मजबूरी में कैब में सवार हो रहे हैं। एक माह में कई बार दिल्ली का सफर कर चुके मॉडल टाऊन निवासी प्रशांत ने बताया कि 50 रुपये देने के अलावा कोई चारा नहीं है। निजी वाहनों के लिए रास्ता नहीं मिल रहा। वहीं कैब चालक मनोज ने बताया कि कई किलोमीटर घूमकर खराब रास्ते से गंतव्य तक जाना पड़ रहा है। इससे वाहनों में नुकसान भी हो रहा है। फेरे भी कम ही लग पाते हैं।
ऑटो में तीन किलोमीटर के 30 रुपये
बहादुरगढ़ बस स्टैंड से टीकरी बॉर्डर के पास दिल्ली में स्थित पीवीसी मार्केट लगभग तीन किलोमीटर है। आम दिनों में लोग 10 रुपये देकर वहां पहुंचते थे। मगर अब 30 रुपये देने पड़ रहे हैं। ऑटो चालकों का कहना है कि यह सब आंदोलन का असर है।