हड़ताल से दिन भर रही खींचतान, ड्यूटी इंस्पेक्टर का तबादला, प्राइवेट बसें बढ़ने से यात्रियों को मिली राहत
हड़ताल के चौथे दिन अधिकारियों ने डयूटी इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते चौथे दिन शुक्रवार को दिन भर खींचतान बनी रही। एक तरफ समर्थन में कर्मचारियों का आक्रोश सड़कों पर आया तो दूसरी तरफ विभाग में भी उठापटक रही। बहादुरगढ़ सब डिपो के ड्यूटी इंस्पेक्टर को बदल दिया गया। इस बीच आरटीओ की तरफ से मांगी गई 15 में से 11 बसें यहां पहुंच गई। पहले से चल रही प्राइवेट बसों का संचालन भी स्टैंड के अंदर काउंटरों से शुरू हो गया। इससे यात्रियों को राहत मिली। अब हड़ताल तीन दिन और बढ़ गई। ऐसे में यात्रियों की परेशानी जल्दी से खत्म होती नही दिख रही ।
बहादुरगढ़ से हड़ताल के पहले दिन गिरफ्तार किए गए 61 कर्मचारियों के जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद शुक्रवार को एक बार फिर सक्रियता बढ़ गई। हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ की ओर से प्रदर्शन किया गया और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका गया। बस स्टैंड के बाहर सभा की गई। यहां पर सर्व कर्मचारी संघ के नेताओं ने रोडवेज कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया और साफ कहा कि उन्हें जनहित की मांगों को उठाने में किसी भी तरह से डरने की जरूरत नही है। सभी विभागों के कर्मचारी उनके साथ हैं। ---इनेलो ने दिया समर्थन बस स्टैंड के बाहर सभा कर रहे रोडवेज के हड़ताली कर्मचारियों को समर्थन देने के लिए इनेलो के नेता संजय दलाल भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार को कर्मचारियों की आवाज को इस तरह से दबाने की बजाय उनसे बातचीत करनी चाहिए थी। इस तरह से उनको दबाकर सरकार अपने मकसद में कामयाब नही हो पाएगी। कर्मचारियों की मांगों को लेकर इनेलो उनके साथ है। संजय के साथ समर्थन देने के लिए सनवीर दलाल, पप्पू दलाल व अन्य भी थे। ---शाम तक 11 बसें पहुंची रोडवेज के पास रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल को असफल करने के लिए आरटीओ की तरफ से रोडवेज के माध्यम से संचालन के लिए बहादुरगढ़ में 15 बसों की डिमांड की गई थी। इनमें से शुक्रवार की शाम तक विभाग को 11 बसें मिल गई। इसके साथ जो प्राइवेट बसें पहले से चल रही हैं, उनका संचालन भी स्टैंड के अंदर से शुरू कराया गया। इससे यात्रियों को कुछ राहत मिली। दरअसल, जब भी रोडवेज की हड़ताल होती है तो कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए प्राइवेट आपरेटर पहले ही बसों का संचालन बाहर से शुरू कर देते हैं। तीन दिनों तक तो ऐसा ही होता रहा। अब विभाग के रुख को देख प्राइवेट आपरेटर स्टैंड के अंदर बसों को ले आए। ---बहादुरगढ़ सब डिपो के डीआइ बदले बहादुरगढ़ सब डिपो में तैनात ड्यूटी इंस्पेक्टर धर्मबीर शर्मा को शुक्रवार को बदल दिया गया। उनकी जगह चे¨कग स्टाफ में तैनात धर्मबीर राठी को डीआइ लगाया गया है। इस बीच बसों के संचालन के लिए झज्जर से शुक्रवार को 13 चालक भी यहां भेजे गए। ऐसे में बहादुरगढ़ से झज्जर और बादली के लिए चलाई गई 9 बसों पर चालक और इंस्पेक्टर को बतौर परिचालक भेजा गया। हालांकि यहां से झज्जर भेजी गई तीन बसों को महाप्रबंधक की ओर से वहीं पर वर्कशाप में खड़ी करने के आदेश दे दिए गए। ऐसे में चालक-परिचालक बसों को वहीं पर छोड़कर यहां वापस लौटे। नहीं आई डीटीसी की बसें रोडवेज की हड़ताल के चलते दिल्ली परिवहन निगम की बसें भी चार दिन से बहादुरगढ़ तक नही आ रही हैं। ये दिल्ली सीमा से ही वापस लौट रही हैं। इससे भी यात्री परेशान हैं। रोडवेज की दूसरे डिपों की बसें भी नाममात्र आ रही हैं। ऐसे में दिल्ली जाने के लिए लोग मेट्रो का ही सहारा ले रहें हैं। --रोजाना पांच लाख का नुकसान हड़ताल के चलते रोडवेज को अकेले बहादुरगढ़ में रोजाना पांच लाख का नुकसान हो रहा है। चार दिनों के अंदर अब तक लगभग 20 लाख का नुकसान हो चुका है। अब तीन दिन के लिए हड़ताल और बढ़ गई है। ऐसे में यह नुकसान और बढ़ेगा। उधर, हालात पर नजर रखने के लिए पुलिस की कई टीमें बस स्टैंड पर लगातार तैनात हैं। --प्राइवेट बसों का संचालन स्टैंड के काउंटर से शुरू हो गया है। 11 और निजी बसें यहां से चलाने के लिए पहुंच गई। बहादुरगढ़ से शुक्रवार को रोडवेज की 9 बसें चलाई गई।
--धर्मबीर ¨सह, डीआइ, बहादुरगढ़ सब डिपो