एक साथ पाच डाक्टरों का तबादला, रोगी होंगे परेशान
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : यहा के सिविल से कई डाक्टरों के तबादले ने उपचार सेवाआ
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
यहा के सिविल से कई डाक्टरों के तबादले ने उपचार सेवाओं को लेकर मुश्किलें पैदा कर दी है। यहा से एक साथ पाच डाक्टरों का तबादला हो गया है। हालाकि इनमें से एक लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं। इन तबादलों का सेवाओं पर असर पड़ना तय है। मगर अस्पताल प्रबंधन इससे मना कर रहा है। अभी डाक्टरों को रिलीव नहीं किया गया है।
शहर के सिविल अस्पताल में इलाज की व्यवस्था मुश्किल से तो कुछ सुधरी थी। कुछ विभागों में डाक्टरों की कमी धीरे-धीरे करके पूरी हो रही थी, मगर अब एक ही झटके में फिर से हालात पहले जैसे हो रहे है। तबादला सूची में यहा से पाच डाक्टरों के नाम है। हड्डी के एक डाक्टर तो लंबे समय से अनुपस्थित है। उनका भी तबादला किया गया है। जबकि काफी दिनों पहले ही यहा से भेजी रिपोर्ट में यह बताया गया था कि उक्त डाक्टर अनुपस्थित है। मगर रिकार्ड अपडेट नहीं हुआ। 200 बेड की सुविधा का कब मिलेगा फायदा
सरकार की ओर से बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल को 200 बेड का किए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए भवन का विस्तार होना है। मगर लोगों के मन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जब 100 बेड का अस्पताल ही सरकार की तरफ से अच्छे ढग से नही चलाया जा रहा है और ट्रामा सेंटर तो ड्रामा सेंटर बनकर रह गया है, ऐसे में 200 बेड का अस्पताल से सुविधा की उम्मीद रखना तो बेमानी होगा। ये होंगी परेशानी - सिविल अस्पताल से एक साथ पाच डाक्टरों का तबादला हो गया है। इनमें डा. सुनीता बायो केमिस्ट, डा. अनिल हुड्डी रोग विशेषज्ञ, बेहोशी के डा. मधुप सेठी, त्वचा के डा. ईश तथा डा. हिमाशु हड्डी रोग विशेषज्ञ शामिल है। डा. हिमाशु तो लंबे समय से अनुपस्थित है। अब इनके तबादले से ओपीडी पर असर पड़ेगा। बेहोशी के डा. देवेंद्र का नाम भी है। मगर प्रबंधन का कहना है कि बहादुरगढ़ में इस नाम का काई डाक्टर नही है। - अस्पताल में त्वचा रोग के मरीज ज्यादा आते है। ऐसे में डा. ईश की स्थायी नियुक्ति की गई। एक महिला चिकित्सक भी इस विभाग में सप्ताह के तीन दिनों में अपनी सेवाएं देती है। मगर अब स्थायी डाक्टर के तबादले से त्वचा रोगियों को परेशानी होगी। उन्हें सप्ताह के चुनिंदा दिनों में ही डाक्टर मिल जाएंगे। इससे भीड़ बढ़ेगी। मरीजों के लिए इतजार लंबा होगा। - सिविल अस्पताल में फिलहाल तीन हड्डी रोग विशेषज्ञ उपस्थित है। चौथे तो अनुपस्थित है। अब एक डाक्टर का तबादला हो गया है। इससे मरीजों का भार दूसरे डाक्टरों पर बढ़ेगा। मरीजों को भी पहले जैसी सुविधा नहीं मिल पाएगी। - पिछले दिनों बायो केमिस्ट डा. सुनीता की यहा तैनाती के बाद लैब में मरीजों के कई टेस्ट शुरू हो पाए थे। हालाकि बाद में लैब में और डाक्टर भी बढ़ गए। अब यहा से डा. सुनीता के तबादले से असर पड़ना स्वाभाविक है। वर्जन..
डाक्टरों के तबादले से ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। बेहोशी के तीन डाक्टर है। उनमें से एक का तबादला हुआ है। हड्डी रोग के भी तीन है। एक का तबादला हुआ है। त्वचा रोग विभाग में कुछ कमी होगी। सेवाओं को प्रभावित नही होने दिया जाएगा। इस बारे में सरकार को पत्र लिखा जाएगा। उच्चाधिकारियो से बात करके डाक्टरों को रिलीव किया जाएगा।
-डा. वीरेद्र अहलावत, सिविल अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी।