..20 लाख तिहाड़ जेल पहुचा देना वरना जान से मार देंगे
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में तीन दिन के अंदर हुए दो गोलीकाड ने दहशत फैल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
शहर में तीन दिन के अंदर हुए दो गोलीकाड ने दहशत फैला दी है। पहले होटल मैनेजर को गोली मारी गई। अब एक डिपार्टमेंटल स्टोर के अंदर गोली चलाई गई। जिसमें एक ग्राहक जख्मी हुआ। दोनों वारदातों का एक ही कनेक्शन सामने आया है। दोनों में हमलावर ने पर्ची थमाई और गोली चलाई। स्टोर संचालक से तो 20 लाख की रगदारी मागने और तिहाड़ जेल पहुंचाने की धमकी दी गई, लेकिन होटल मैनेजर को मिली पर्ची में रगदारी का जिक्र नहीं है। इसमें खाली धमकी है। दोनों पर्चियों में दिल्ली के पूठ खुर्द के रहने वाले बदमाश गौरव उर्फ मोंटी का नाम लिखा गया है। वह जेल में बंद है। पुलिस की कई टीमें छानबीन में जुटी है।
काफी दिनों से शात चल रहे बहादुरगढ़ इलाके में बदमाशों के फिर सिर उठाने से पुलिस के लिए सिर दर्द बढ़ गया है और लोगों में खौफ है। वजह भी साफ है। तीन दिन के अंदर बदमाशों ने गोली मारकर दो लोगों को जख्मी कर दिया और धमकी भी दी। एक वारदात में तो रगदारी मागी गई। इन सबके पीछे नाम तो गौरव उर्फ मोंटी का लिया जा रहा है, लेकिन पुलिस दूसरा पहलू भी जाच रही है। डिपार्टमेंटल स्टोर में ऐसे हुई वारदात
सेक्टर-2 के पास प्रेम नगर में कान्हा सुपर मार्केट के नाम से डिपार्टमेंटल स्टोर है। यह शहर के प्रसिद्ध धामड़िया स्टोर की ब्राच है। इसके मालिक संदीप पुत्र श्रीकिशन शुक्रवार की रात काउटर पर बैठे थे। करीब पौने 10 बजे एक नकाबपोश शख्स अंदर आया। सीधा काउटर पर पहुचा और स्टोर मालिक के सामने एक पर्ची रख दी। इसके बाद तुरंत बाहर निकला और पिस्तौल निकालकर एक फायर तो स्टोर के प्रथम तल की तरफ कर दिया। यह शीशे में जा लगी। इसकी जाच के लिए शनिवार को फोरेसिक टीम भी बुलाई गई। दूसरा फायर स्टोर के अंदर की तरफ किया। इससे वहा सामान खरीद रहे सेक्टर-2 के निवासी प्रदीप पुत्र जयकिशन जख्मी होकर गिर गए। गोली चलते ही भगदड़ मच गई। इसके बाद हमलावर बदमाश अपने साथी समेत बाइक पर भाग निकला। घायल प्रदीप को ब्रह्मशक्ति अस्पताल पहुचाया गया। गोली उसकी टाग की हड्डी को चीरती हुई निकली। इस बीच जब स्टोर मालिक ने बदमाश की पर्ची खोली तो उसमें लाल स्याही से 20 लाख की रगदारी मागी गई थी। पर्ची में नीटू डाबौदिया और पारस गैंग का हवाला देते हुए रगदारी की रकम दिल्ली की तिहाड़ जेल नंबर तीन में गौरव उर्फ मोंटी के पास पहुचाने और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी लिखी गई थी। होटल मैनेजर को भी गोली मारकर फेंकी थी पर्ची
बुधवार 25 जुलाई की रात को शहर के एक होटल के मैनेजर राकेश को भी गोली मारने के बाद एक पर्ची फेंकी गई थी। इसमें क्या लिखा गया था, इसका तो पुलिस ने पूरी तरह खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्र बताते है कि इसमें रगदारी मागने का जिक्र नहीं है, लेकिन नाम गौरव उर्फ मोंटी का ही लिखा गया है। पर्ची में सिर्फ धमकी दी गई है। वह किस बात को लेकर दी गई, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हमलावर ने गोली चलाने से पहले मैनेजर को सिर्फ हरियाणवीं में इतना बोला था कि.. तेरी पर्ची लिकड़ाई और अगले ही पल गोली मार दी थी। कौन है गौरव उर्फ मोंटी : पुलिस के मुताबिक गौरव उर्फ मोंटी दिल्ली के पूठ खुर्द का रहने वाला है। इस समय वह जेल में है। वह नीटू डाबौदिया और पारस उर्फ गोल्डी गिरोह से जुड़ा रहा है। नीटू डाबौदिया तो कई साल पहले पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है जबकि पारस उर्फ गोल्डी को उसके विरोधी नीरज बवाना ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस वैन के अंदर ही पीट-पीटकर मार डाला था। उसके बाद नीटू डाबौदिया गैंग के राजेश की भी दिल्ली के रोहिणी इलाके में पेशी पर जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब इस गिरोह का अहम सदस्य गौरव उर्फ मोंटी बताया जा रहा है। उस पर कई मामले दर्ज हैं। दो साल पहले बहादुरगढ़ के गाव बराही में पूर्व पंचायत सदस्य कृष्ण की हत्या में भी गौरव आरोपित है। वारदातों का दूसरा पहलू जाच रही पुलिस
भले ही दोनों गोलीकाड में एक ही बदमाश के नाम की पर्ची दी गई हो, लेकिन पुलिस इन वारदातों का दूसरा पहलू भी जाच रही है। वैसे तो पुलिस किसी भी संभावना से इन्कार नहीं कर रही है। मगर एक संभावना तो यह जताई जा रही है कि इस तरह से धमकी देकर शहर में जबरन उगाही का धधा जमाने की कोशिश हो सकती है। गोली जिस तरीके से चलाई गई, उसमें इरादा हत्या नहीं बल्कि जान का भय दिखाना था। दूसरी संभावना यह भी है कि गौरव उर्फ मोंटी का नाम लेकर विरोधी गैंग किसी साजिश को सिरे चढ़ाने की चेष्टा कर रहा हो। ऐसे में जेल में बंद गौरव उर्फ मोंटी से भी पूछताछ करेगी। इस सवाल का जवाब भी तलाश जा रहा है कि सीधे-सीधे किसी बदमाश का नाम लिखकर रगदारी मागने के पीछे क्या राज है? दोनों वारदातों में हमलावरों का सुराग नहीं
शहर में हुए इन दोनों गोलीकाड में अभी हमलावर का कोई सुराग नहीं है। दोनों घटनाओं के समय हमलावर ने चेहरे को ढक रखा था। पुलिस अब दोनों पर्चियों की लिखावट का मिलान कर रही है। इस बीच वारदातों में पीड़ित पक्ष को पुलिस ने सुरक्षा मुहैया करवा दी है। वर्जन..
अभी तक जो बात सामने आई है, उससे तो यही लग रहा है कि दोनों वारदातों का कनेक्शन एक ही है, लेकिन जो सामने है, पुलिस उसी तक सीमित नहीं है। इन वारदातों के और पहलू भी जाचे जा रहे है। कई टीमें इस पर काम कर रही है। जिस बदमाश के नाम का हवाला पर्ची में दिया गया है, उससे पूछताछ के बाद पुलिस किसी नतीजे पर पहुचेगी।
--शशाक सावन, एएसपी, झज्जर।