सेक्टर 9 बाईपास से पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन तक वन वे किया जाएगा दिल्ली मार्ग, डायवर्जन बनाने के लिए सड़क पर खोले दो कट
दिल्ली से रोहतक की तरफ वाले मार्ग को पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर 9 बाईपास तक बंद किया जाएगा। यहां पर रोहतक से दिल्ली मार्ग को वन वे करके वाहनों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। मेट्रो यार्ड लाइन के निर्माण कार्य की वजह से इस मार्ग को वन वे किया जाएगा। पंडिम श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर 9 बाइपास के पास स्थित जेजे अस्पताल तक बनाए जाने वाले पिलरों को पुल बनाकर मेट्रो की मेन लाइन से जोड़ा जाएगा
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
दिल्ली से रोहतक की तरफ वाले मार्ग को पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर 9 बाईपास तक बंद किया जाएगा। यहां पर रोहतक से दिल्ली मार्ग को वन वे करके वाहनों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। मेट्रो यार्ड लाइन के निर्माण कार्य की वजह से इस मार्ग को वन वे किया जाएगा। पंडिम श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर 9 बाइपास के पास स्थित जेजे अस्पताल तक बनाए जाने वाले पिलरों को पुल बनाकर मेट्रो की मेन लाइन से जोड़ा जाएगा ताकि यार्ड लाइन के काम को पूरा किया जा सके। इसी के चलते मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर 9 बाइपास तक के दिल्ली-रोहतक वाले मार्ग को बंद कर दिया जाएगा। रोहतक-दिल्ली मार्ग को वन वे करने के लिए मेट्रो स्टेशन के पास बीसीसीआइ कार्यालय के सामने तथा जेजे अस्पताल के सामने फुटपाथ में कट बनाकर डायवर्जन तैयार किए जा रहे हैं। यातायात पुलिस की मानें तो यह मार्ग करीब एक माह के लिए बंद रहेगा। ऐसे में यहां पर वाहन चालकों को जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ेगा। रोहतक-दिल्ली मार्ग पर हर रोज 10 हजार से ज्यादा वाहन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करते हैं तथा रोहतक की तरफ जाते हैं। सेक्टर 9 बाइपास पर तो सुबह व शाम को वैसे ही जाम की स्थिति रहती है ऐसे में एक मार्ग बंद होने से जाम की समस्या काफी बढ़ जाएगी। मगर पुलिस का दावा है कि यहां पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे और मार्ग पर किसी भी समय जाम नहीं लगने दिया जाएगा। ----अंतिम दौर में पहुंचा यार्ड लाइन का काम
सेक्टर 9 बाईपास के पास बने मेट्रो यार्ड की लाइन के पिलर का¨स्टग का काम अब अंतिम दौर में पहुंच गया है। काम में तेजी लाई जा रही है। करीब पांच पिलर तैयार होने वाले हैं। पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन से यार्ड तक 15 पिलर बनाए जाने हैं, जिनमें कुछ की का¨स्टग का काम चल रहा है। यार्ड लाइन पर काम पूरा होने के बाद मेट्रो ट्रेन हर रोज रात के समय यार्ड में ही खड़ी की जा सकेंगी और बहादुरगढ़ से कीर्तिनगर व इंद्रलोक दोनों स्टेशनों के लिए ट्रेनों फ्रीक्वेंसी में सुधार हो सकेगा। गौरतलब है कि मेट्रो यार्ड लाइन की जमीन के अधिग्रहण का मामला काफी लंबे समय से अटका हुआ था। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की डबल बैंच में शामिल जस्टिस राजेश ¨बदल और जस्टिस गुर¨वद्र ¨सह गिल ने सितंबर 2017 में इस जमीन के अधिग्रहण को रद कर दिया था। हाईकोर्ट ने उस समय एचएसवीपी को दुकानदारों को सीधे तौर पर मनाने के लिए छह माह का समय दिया था लेकिन इस दौरान जमीन के रेट को लेकर सरकार सौदा तय नहीं कर पाई थी। इसी के चलते मई माह में सरकार व एचएसवीपी ने मिलकर सुप्रीम कोर्ट में अधिग्रहण रद किए जाने के हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिवादी पक्ष को स्टे नोटिस जारी किया था, जिस पर मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इसी जमीन की वजह से मुंडका-बहादुरगढ़ मेट्रो के परिचालन में देरी हुई थी। ----यह था पूरा मामला दरअसल, सेक्टर-9 बाईपास के पास बन रहे मेट्रो यार्ड की लाइन के लिए बाईपास के साथ दिल्ली रोड पर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लगती जमीन का अधिग्रहण किया गया था। 50 से अधिक लोगों की करीब 4 हजार वर्ग गज जमीन के अधिग्रहण का अवार्ड 1 अप्रैल 2016 को सुनाया गया था। अवार्ड का दुकानदारों ने विरोध किया था। जमीन के रेट को लेकर दुकानदारों में रोष था। मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो हाईकोर्ट ने इस मामले का निपटारा करते हुए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को ही रद कर दिया था। बाद में इस प्रोजेक्ट को छोटा भी किया गया और दुकानदारों से रेट को लेकर मान-मुनौव्वल भी की गई। बात सिरे नहीं चढ़ी तो पिछले दिनों हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी, जहां मामला विचाराधीन है लेकिन कोर्ट ने काम शुरू करने के निर्देश दे दिए थे। ---मेट्रो प्रशासन की ओर से उन्हें पत्र आया है। सेक्टर 9 बाईपास से पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन तक के रोहतक-दिल्ली मार्ग को वन वे किया जाएगा। इसके लिए डायवर्जन बनाने के लिए सड़क में दो कट भी बनाए गए हैं। साथ ही जाम की समस्या से निपटने के लिए यातायात पुलिस की ओर से हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
-----सतीश कुमार, यातायात थाना प्रभारी।