मोटरसाइकिल बेचने के लिए दादरी से झज्जर आए युवक को ठगा
जागरण संवाददाता, झज्जर : इन दिनों ऑनलाइन शॉ¨पग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। यूज्ड सामान
जागरण संवाददाता, झज्जर : इन दिनों ऑनलाइन शॉ¨पग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। यूज्ड सामान को खरीदने एवं बेचने के लिए विभिन्न वेबसाइट भी सक्रिय है। ग्राहक बनकर आने और बातों में फंसाकर आपके सामान के साथ ही गायब हो जाने से जुड़े मामले भी समय-समय पर सामने आते रहे हैं। ठीक ऐसा ही मामला मूल रूप से चरखी दादरी निवासी एक युवक ने जिला पुलिस में दर्ज कराया है। जिसमें ग्राहक के रूप में बातचीत करने वाला युवक टेस्ट ड्राइव के नाम पर मोटरसाइकिल को ही अपने साथ ले गया। बाद में जब संपर्क किया तो आरोपित के दोनों नंबर ही बंद मिलें। योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई इस ठगी में आरोपित ने अपना जो ठिकाना भी बताया था, वह भी फर्जी निकला। बस स्टैंड पर दुकान बताकर जमाया विश्वास
दिल्ली में को¨चग ले रहे मूल रूप से चरखी दादरी निवासी हरीश कुमारदो दिन पूर्व यहां जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड पर एक वेबसाइट पर डाले गए विज्ञापन के आधार पर ग्राहक को मोटरसाइकिल दिखाने के लिए आए थे। मौके पर मिले युवक से हुई बातचीत में उसने पहले तो बाइक के कागजात चैक किए। फिर फोटो आदि लेने के दौरान हुई बातचीत से हरीश का विश्वास हासिल किया। बाद में टेस्ट ड्राइव के नाम पर मोटरसाइकिल की चाबी को लेकर वहां से चला गया। 10 मिनट तक वहां इंतजार करने के बाद टेस्ट ड्राइव लेने के लिए गया युवक जब वापिस नहीं लौटा तो उसने उन नंबरों पर संपर्क किया। जिस पर पहले बातचीत हो चुकी थी। लेकिन दोनों नंबर बंद मिले। ऐसी स्थिति में हरीश को अपने साथ कुछ गलत होने की आशंका हुई। वह बस स्टैंड की उस दुकान पर जा पहुंचा। जिसका पता बताते हुए युवक ने मुलाकात की थी। लेकिन जब वह उस दुकान पर पहुंचा तो मौके पर मौजूद रहे युवकों का कहना था कि वे ऐसे किसी भी युवक को नहीं जानते जिसका परिचय दिया जा रहा है। यूं फंसाया जाल में
पीड़ित युवक के मुताबिक वेबसाइट पर दिए गए विज्ञापन के बाद काफी दफा ग्राहक बनकर एक युवक चैट करता रहा। बाद में जब मिलने का समय तय हुआ तो उसे बताया गया कि झज्जर बस स्टैंड पर उसके मामा के लड़के की एक दुकान है जो कि मोटरसाइकिल को चैक कर लेगा। इसी आधार पर ही हरीश मोटरसाइकिल लेकर यहां पहुंचा। लेकिन उसे भी शायद यह नहीं पता था कि वह योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी जा रही ठगी का शिकार बन बैठा है। ऐसे बचें इस तरह के फ्रॉड से डीएसपी मुख्यालय हंसराज बिश्नोई के मुताबिक सतर्कता बरतना बेहतर है। ताकि किसी भी व्यक्ति के साथ इस तरह की ठगी नहीं हो।
- वाहन या किसी भी तरह का कोई सामान खरीदने के लिए आने वाले का आधार कार्ड पहले ही ले लें।
- टेस्ट ड्राइव कराने से व्यक्तिगत जानकारी से जुड़े कुछ ऐसे विषयों को भी कंफर्म कर लें। जिससे पहचान की पुष्टि हो सके। जैसे कि फेसबुक अकांउट, मेल आइडी आदि।
- अपना वाहन टेस्ट ड्राइव के लिए देते समय, उसके साथ खुद या किसी अन्य परिचित को अवश्य भेजे।
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शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जा चुका है। जांच जारी है। उम्मीद है कि आरोपित शीघ्र ही पुलिस की जद में होंगे।
राजेश कुमार, शहर चौकी प्रभारी।