बारिश से पहले पूरी होगी सीवर लाइनों की सफाई
बारिश से पहले पूरी होगी सीवर लाइनों की सफाई
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में बारिश के मौसम से पहले ही सीवर लाइनों की सफाई पूरी करने की कवायद चल रही है। सबसे पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से लेकर शहर के मुख्य चौक तक आने वाली मेन लाइन की सफाई की जा रही है। यह जल्द ही पूरी हो जाएगी। ऐसे में लोगों को बारिश में सीवर जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दरअसल, बारिश के मौसम में सीवर जाम की समस्या अधिक आती है। तब सफाई भी मुश्किल हो पाती है। ऐसे में जन स्वास्थ्य विभाग अभी से ही सजग हो गया है। नजफगढ़ रोड पर विभाग की ओर से 36एमएलडी का जो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है, वहां तक जाने वाली मुख्य लाइन की सफाई पहले करवाई जा रही है। सेक्टरों और लाइनपार क्षेत्र को छोड़कर बाकी शहर के सीवरेज की निकासी इसी लाइन से होती है। ----सीवरेज लाइन में पालीथिन है रुकावट की बड़ी वजह वैसे तो सीवरेज लाइन में मल के अलावा और किसी भी तरह के गंदे पानी और कूड़े-कर्कट को नही डाला जा सकता। ऐसा करने से बड़ी समस्या आती है, मगर फिर भी शहर में इन दिनों ऐसा ही हो रहा है। सीवर की मुख्य लाइन की सफाई के लिए जो बकेट मशीन लगाई गई है, उसके पास लगने वाले गंदगी के ढेर में पालीथिन भी निकल रही है। अन्य कूड़ा कर्कट भी बाहर आ रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सीवर लाइन में ये पालीथिन का आना कहीं न कहीं शहर के लोगों की उदासीनता का भी प्रमाण है। ----कई कालोनियों में गंदे पानी की निकासी भी सीवर में शहर की कई कालोनियां ऐसी हैं, जिनमें गंदे पानी की निकासी के लिए नाली नहीं बनी हैं। वहां पर गंदा पानी भी सीवर लाइन में ही डाला जाता है। इस गंदगी के साथ ही कूड़ा-कर्कट भी सीवर लाइन में पहुंच जाता है। विगत में जटवाड़ा के अंदर एक सीवर लाइन इसी वजह से फट गई थी कि उसमें गोबर भी मात्रा में बहा दिया गया था। इस सीवर लाइन में रुकावट बनी तो गोबर और मल के कारण गैस ज्यादा बन गई और उसी के दबाव से सीवर लाइन फट गई थी। इससे कई घरों तक में नुकसान हुआ था। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस तरह की लापरवाही में ऐसी घटना की आशंका बनी रहती है। ----ये है शहर में सीवर व्यवस्था शहर के सभी हिस्सों को मिलाकर कई साइज की सीवर लाइन डाली गई है। सभी मिलाकर शहर में लगभग 371 किलोमीटर तक सीवर लाइन बिछाई गई। पूरे शहर में फिलहाल 16 हजार 987 सीवर के वैध कनेक्शन हैं। फिलहाल अम्रुत योजना में शहर के शेष हिस्सों में सीवर लाइन बिछाई जानी है। जहां पर लाइन ज्यादा पुरानी हो चुकी है, उसे भी बदलकर वहां पर नई लाइन डालने की योजना है।
---- सीवर की मुख्य लाइन पर ही ज्यादा दबाव होता है। यह ट्रीटमेंट पलांट तक जाती है। ऐसे में इसकी सफाई करवाई जा रही है। बाकी लाइनों की सफाई का काम तो समय-समय पर चलता रहता है। सफाई का कार्य ट्रीटमेंट प्लांट से शुरू हुआ था। यह शिव चौक तक हो चुका है। लाल चौक तक यह कार्य चलेगा।
--दीपक कुमार, जेई, जन स्वास्थ्य विभाग