कोरोना पर जीत से एक कदम दूर बहादुरगढ़
कोरोना वायरस महामारी से जंग में बहादुरगढ़ अब जीत से महज एक कदम दूर है। लगातार मरीजों के ठीक होने से शहर अब कोरोना मुक्त होने की दहलीज पर है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कोरोना वायरस महामारी से जंग में बहादुरगढ़ अब जीत से महज एक कदम दूर है। लगातार मरीजों के ठीक होने से शहर अब कोरोना मुक्त होने की दहलीज पर है। बृहस्पतिवार देर रात तक पांच और संक्रमित लोगों के ठीक होने से जिले में नोटिफाइ किए गए केसों में से तो एक और कुल मिलाकर दो संक्रमित आइसोलेशन में हैं। उनके भी जल्द ठीक होकर घर वापसी की उम्मीद है।
शहर की सब्जी मंडी तक कोरोना दिल्ली से कैरी होकर पहुंचा था। अकेले 60 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों का कनेक्शन तो सब्जी मंडी से ही मिला था। इसके अलावा दिल्ली में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी और दिल्ली पुलिस कर्मी भी कोरोना की चपेट में आए, मगर वे सभी ठीक होकर घर लौट चुके हैं। झज्जर जिले का रिकवरी रेट 99 फीसद पहुंच चुका है। देर रात में पांच और घर लौटे
पिछला एक सप्ताह बहादुरगढ़ के लोगों के लिए काफी राहतकारी रहा है। इसमें पीजीआइ से ज्यादातर कोरोना संक्रमित ठीक होकर वापस घर लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अभी तक कुल 92 केस मिले हैं। इनमें से 91 झज्जर में नोटिफाइ हुई हैं। चार का संबंध दिल्ली से है। 90 ठीक होकर घर लौट चुके हैं। सौलधा गांव कंटेनमेंट जोन घोषित
सौलधा गांव में एक पुलिसकर्मी की पत्नी पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया। जिस गली में संक्रमित का घर है, उसे सील कर दिया गया है। लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। वाहन के संचालन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही विभागीय टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे शुरू कर दिया गया है। गांव के सात किलोमीटर के एरिया को बफर जोन घोषित किया गया है। परिवार और संपर्क में आए 10 से ज्यादा लोगों को आइसोलेट किया गया है। कंटेनमेंट जोन से बाहर हुआ विवेकानंद नगर
वार्ड 18 के अंतर्गत विवेकानंद नगर को महीना भर पहले कंटेनमेंट किया गया था। यहां पर एक ही परिवार के पांच सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब पांचों ठीक हो चुके हैं। इनमें से तीन पीजीआइ से लौटे जबकि दो घर में ही आइसोलेट थे। प्रशासन ने कालोनी को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया है।