तालाबों पर परिदों को रोकने के लिए रस्सी का जाल लगाया तो होगी कार्रवाई
तालाबों पर परिदों को रोकने के लिए रस्सी का जाल लगाने वाले मछली ठेकेदारों पर कार्रवाई होगी। वन्य जीव विभाग ने इसको लेकर हिदायत जारी कर दी है। इसके साथ ही झज्जर जिले के चार गांवों में पंचायती तालाबों पर लगाए गए रस्सी के जाल भी हटाए गए गए हैं। मत्सय विभाग को भी आगाह किया गया है कि वे मछली ठेकेदारों को हिदायत दें कि इस तरह के जाल न लगाएं।
फोटो-108 की सीरीज: - जिले के चार गांवों में तालाब पर लगाए जाल को वन्य जीव विभाग ने हटाया
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : तालाबों पर परिदों को रोकने के लिए रस्सी का जाल लगाने वाले मछली ठेकेदारों पर कार्रवाई होगी। वन्य जीव विभाग ने इसको लेकर हिदायत जारी कर दी है। इसके साथ ही झज्जर जिले के चार गांवों में पंचायती तालाबों पर लगाए गए रस्सी के जाल भी हटाए गए गए हैं। मत्सय विभाग को भी आगाह किया गया है कि वे मछली ठेकेदारों को हिदायत दें कि इस तरह के जाल न लगाएं।
दरअसल, विगत में सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें यह साफ किया गया था कि पंचायती तालाबों को मछली पालन के लिए ठेके पर भले ही दिया जाए, मगर उनके ऊपर रस्सी का जाल न लगाया जाए। तर्क यह था कि जो प्रवासी पक्षी आते हैं वे इन तालाबों पर शिकार के समय रस्सियों के जाल में फंसकर मर जाते हैं। प्रवासी पक्षियों को तालाबों पर आजादी देने के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी, मगर मछली ठेकेदार ये जाल लगा देते हैं। चार जगहों से हटाए जाल :
वन्य जीव विभाग के इंस्पेक्टर जयभगवान ने बताया कि झज्जर जिले के गांव लडरावण, मांगावास, पलड़ा व दूबलधन में भी इस तरह के जाल लगाने की सूचना मिली थी। इनको हटा दिया गया है। वर्जन..
विगत में सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई थी। इस पर मत्स्य विभाग को भी ध्यान देना चाहिए।
--नरेश कादियान, चीफ कमीश्नर, स्काउट एंड गाइड फॉर एनीमल इस बारे में विभाग को कोई दिशानिर्देश नहीं मिले हैं। अगर ऐसा है तो भविष्य में ठेकेदारों को इससे अवगत करवाया जाएगा।
--मंजूबाला, मत्स्य विभाग अधिकारी
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