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शहर में दौड़ रहे 2500 ऑटो, आधे से ज्यादा चालकों के पास न कागज, न लाइसेंस

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर की सड़कों पर लगातार ऑटो की संख्या बढ़ रही है। इस

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Aug 2018 11:06 PM (IST)Updated: Thu, 02 Aug 2018 11:06 PM (IST)
शहर में दौड़ रहे 2500 ऑटो, आधे से ज्यादा चालकों के पास न कागज, न लाइसेंस
शहर में दौड़ रहे 2500 ऑटो, आधे से ज्यादा चालकों के पास न कागज, न लाइसेंस

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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शहर की सड़कों पर लगातार ऑटो की संख्या बढ़ रही है। इस समय रोजाना करीब 2500 ऑटो शहर की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनमें से आधे से ज्यादा ऑटो ऐसे हैं, जिनके न तो कागजात पूरे हैं और न ही उन्हे चलाने वालों के पास ऑटो चलाने के लिए जरूरी ड्राइविंग लाइसेंस। शहर की सड़कों पर बेहिचक नौसीखिए ऑटो दौड़ा रहे हैं। कई चालक तो बिल्कुल नादान उम्र के देखे जा सकते है। इसकारण रोजाना इन ऑटो में बैठने वाली हजारों सवारियों की जान खतरे में रहती है। इसके अलावा ऑटो की भीड़ के कारण शहर में जगह-जगह पर जाम की स्थिति बनी रहती है। हालाकि बस स्टैड से लेकर टीकरी बार्डर तक चलने वाले ऑटो ऑड-ईवन प्रणाली के तहत चलते है। शहर में दूसरे रूटों पर यह व्यवस्था नहीं है। वहीं ऑटो के बेतरतीब दौड़ने से सड़क हादसों का भी अंदेशा बना रहता है। साथ ही ये ऑटो प्रदूषण भी बढ़ा रहे है।

इतना सब कुछ होने के बाद भी यातायात पुलिस इन ऑटो चालकों के प्रति नरमी बरते हुए है। हालाकि पिछले दिनों कुछ चालान पुलिस की ओर से किए गए थे लेकिन उच्च अधिकारियों की ओर से इन चालकों के साथ नरमी से पेश आने के मौखिक निर्देश दे दिए जाते हैं, जिससे इन ऑटो चालकों के हौसले बुलंद है। अधूरे कागजात से चल रहे ये ऑटो चालक स्कूलों से बच्चे तक ढो रहे हैं। इसके बाद भी इनके खिलाफ यातायात पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। शहर में कई निजी स्कूल ऐसे हैं जहा सुबह और दोपहर को बच्चों की छुट्टी के समय ऑटो की बाहर भीड़ लग जाती है। इसके बाद ऑटो में ठूस-ठूस कर बच्चों को बैठाया जाता है। करीब एक साल पहले चलाया था अभियान, 400 ने बनवाया था लाइसेंस:

यातायात पुलिस की ओर से करीब एक साल पहले ऑटो चालकों के लाइसेंस बनवाने के लिए एक अभियान चलाया गया था। इस अभियान में भारी संख्या में ऑटो चालकों ने भाग नहीं लिया। जिन्होंने भाग लिया और कागजात पूरे किए उनके लाइसेंस एसडीएम कार्यालय से बनवा दिए गए। यातायात समन्वयक सतीश कुमार ने बताया कि उस दौरान करीब 400 लाइसेंस बनवाए गए थे। सेक्टर 17 के पास हो चुकी कई घटनाएं:

शहर में बढ़ रही ऑटो की भीड़ का सबसे बड़ा कारण शहर में रोजाना गावों से सैकड़ों ऑटो चालकों का आना है। आसपास के गावों से सुबह ही काफी ऐसे ऑटो चालक आते हैं जिनके पास न तो ऑटो के कागजात पूरे होते हैं और न ही उनके पास ऑटो ड्राइविंग लाइसेंस। ऐसे में चालक ऑटो को मनमाने ढग से चलाते है। रोहतक-दिल्ली रोड पर सेक्टर 17 के पास कई घटनाएं हो चुकी है। करीब 10 दिन पहले भी एक आटो में सवार पाच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे और एक महिला की मौत हो गई थी। बिना लाइसेंस वाले चालकों के खिलाफ करेगे कार्रवाई: अशोक

इस बारे में यातायात थाना प्रभारी अशोक ने बताया कि शहर में बिना लाइसेंस के ऑटो चला रहे चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चेकिंग अभियान चलाकर उनके चालान किए जाएंगे। साथ ही पुलिस की ओर से अभियान चलाकर ऐसे चालकों के लाइसेंस भी बनवाए जाएंगे। करीब एक साल पहले भी ऑटो चालकों के लाइसेंस बनवाए गए थे।


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