12 दिन में 2500 लोग मिले बिना मास्क के, 12 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 12 अप्रैल को कोरोना कर्फ्यू की शुरुआत हुई। इन दिनों में जहां रात को कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज किए गए वहीं कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच पुलिस ने भी बिना मास्क वालों के ऊपर धड़ाधड़ कार्रवाई की।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 12 अप्रैल को कोरोना कर्फ्यू की शुरुआत हुई। इन दिनों में जहां रात को कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज किए गए, वहीं कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच पुलिस ने भी बिना मास्क वालों के ऊपर धड़ाधड़ कार्रवाई की। इन 12 दिनों में पुलिस ने दो हजार 573 लोग बिना मास्क के मिले जिनसे पुलिस ने 500 रुपये का चालान कर उनसे 12 लाख 86 हजार 500 रुपये जुर्माना वसूला गया। वहीं अगर पिछली 30 जुलाई 2020 के आंकड़ों की बात करें तो अब तक 25 हजार 912 लोगों के चालान कर उनसे एक करोड़ 29 लाख 56 हजार रुपये जुर्माना वसूला है। मगर इन सब बातों को आमजन पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा। जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी लोग बेपरवाह दिख रहे। यह तोड़ रहे सबसे ज्यादा नियम
वैसे तो जब से कोरोना महामारी आई है तब से मास्क लगाना अनिवार्य किया हुआ है। मगर लॉकडाउन के बाद कुछ सामान्य स्थिति होने के बाद अनलॉक किया गया था। उसके बाद से लोगों ने मास्क से परहेज करना शुरू कर दिया था। मगर अब अचानक दोबारा कोरोना के केस बढ़ने लगे तो फिर से मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। अभी भी 30 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने मास्क से दूरी बनाई हुई है। वहीं सबसे ज्यादा बुरे हालत दो पहिया व चौपहिया वाहन चालकों के देखने में आ रहे हैं। हालांकि बिना मास्क वालों के स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम इन दोनों पर भी बिना मास्क वालों के चालान करने का जिम्मा है, मगर पब्लिक के बीच में पुलिस की ज्यादा मूवमेंट होने के चलते पुलिस अधिकतर चालान कर रही।