दो दिन से खरीद बंद, मंडी के फड़ों और सड़कों पर लगे गेहूं के अंबार
कस्बा की अनाज मंडी में बंद पड़ी सरकारी खरीद के चलते आढ़तियों व किसानों की परेशानी का सबब बन गया है। गत दिन हुई हल्की से बरसात ने किसानों व आढ़तियों की मुश्किल को कई गुणा बढ़ा दिया।
संवाद सहयोगी, बराड़ा: कस्बा की अनाज मंडी में बंद पड़ी सरकारी खरीद के चलते आढ़तियों व किसानों की परेशानी का सबब बन गया है। गत दिन हुई हल्की से बरसात ने किसानों व आढ़तियों की मुश्किल को कई गुणा बढ़ा दिया। एक ओर मौसम की नमी व आढ़तियों की हड़ताल के चलते इस बार गेहूं की आवक मंडियों में देर से आरंभ हुई। दो दिन में लगभग 17 हजार क्विंटल गेहूं कस्बा की अनाज मंडी में बिकने के लिए पहुंची। परंतु सरकार की लचर व्यवस्था के चलते बोली न होने के कारण मंडी में अनाज रखने की जगह उपलब्ध नहीं हो रही। मंडी में अनाज बेचने आए किसान दलीप सिंह, शमशेर सिंह, रौणकी राम, राजपाल, सुरजीत सिंह, प्रशोत्तम सिंह ने बताया कि बरसात के कारण खेतों में खड़ी गेहूं की कटाई में अत्यंत परेशानी आ रही है जिसके चलते गेहूं की कटाई हारवेस्टर से करवाने व भूसे के नुकसान से आर्थिक नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर मंडी में पड़ी गेहूं बोली न होने के कारण बारिश में भीगने व नमी बढ़ने के कारण उत्पादन व गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
फोटो - 51
भुगतान और उठान में हो रहा विलंब
नई अनाज मंडी की आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान कंवरजीत सिंह विर्क का कहना है कि दो दिन से अनाज मंडी में सरकारी खरीद न होने से मंडी में अनाज के अंबार लग गए हैं। आढ़ती व किसानों को अनाज संभालने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गत एक सप्ताह से गेहूं का भुगतान भी नहीं किया जा रहा तथा न ही हैफेड द्वारा खरीदी जा चुकी गेहूं का उठान तय समय सीमा में किया जा रहा है। हैफेड के प्रबंधक व एसडीएम बराड़ा से बात की गई परंतु कहीं से भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।
-------
फोटो - 52
अकस्मात वर्षा के कारण गेहूं के भीग जाने से कल अनाज मंडी में सरकारी खरीद बंद रही। सरकार ने बुधवार एवं शुक्रवार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को खरीद के लिए अधिकृत किया गया है, जिसके चलते आज शुक्रवार को भी सरकारी खरीद शुरू नहीं हो सकी। कल से सरकारी खरीद आरंभ होने व स्थिति सामान्य होने की संभावना है।
- दयाला राम, सचिव मार्केट कमेटी बराड़ा