शूटिग सेंटर के लिए प्रोजेक्ट के फाइनल होने का इंतजार
खेलो इंडिया के तहत अंबाला कैंट के शाहपुर स्थित थर्ड आइ शूटिग रेंज को बतौर सेंटर बनाने के लिए प्रपोजल फाइनल होने का इंतजार है। करीब ढाई महीने पहले यह प्रपोजल खेल विभाग की ओर से केंद्र सरकार को भेजा गया था। अभी तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : खेलो इंडिया के तहत अंबाला कैंट के शाहपुर स्थित थर्ड आइ शूटिग रेंज को बतौर सेंटर बनाने के लिए प्रपोजल फाइनल होने का इंतजार है। करीब ढाई महीने पहले यह प्रपोजल खेल विभाग की ओर से केंद्र सरकार को भेजा गया था। अभी तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं हुई है। यह शूटिग रेंज पैरालिपिक खिलाड़ी शूटर दीपक सैनी द्वारा चलाई जा रही है। इसका मकसद है कि अंबाला में खिलाड़ियों को शूटिग खेल की कोचिग मिल सके।
उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया के तहत इस बार गेम्स का आयोजन फरवरी 2022 में हरियाणा में होना है। अंबाला में तैराकी और जिम्नास्टिक प्रतियोगिताएं होंगी। दूसरी ओर शूटिग की प्रतियोगिताएं दिल्ली में होंगी। हरियाणा में उक्त स्तर की शूटिग रेंज नहीं है, जिसके चलते इसका आयोजन दिल्ली में कराया जाएगा। अंबाला कैंट के शाहपुर स्थित थर्ड-आइ शूटिग रेंज को खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत सेंटर के तौर पर विकसित करने की योजना है। इसका प्रपोजल बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया है। लेकिन अभी तक इस कोई खास प्रगति नहीं हो पाई है। शूटिग रेंज को खेलो इंडिया सेंटर के तौर पर तैयार करने के लिए इस खेल से जुड़ी टीम निरीक्षण के लिए आए और इस प्रोजेक्ट को फाइनल किया जाए। इस बारे में शूटिग रेंज संचालक दीपक सैनी का कहना है कि प्रपोजल तो भेजा गया था, लेकिन अभी तक खास प्रगति नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर कोई न कोई निर्णय लिया जाएगा।
------------------- चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों को किया जागरूक
अंबाला, विज्ञप्ति : चाइल्ड लाइन की टीम जलबेड़ा व बहबलपुर में बच्चों व अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। आस पास सफाई रखने का संदेश दिया। कहा कि अपने आसपास गंदा पानी और न ही कूड़ा इक्ट्ठा न होने दें। टीम ने लोगों को कोविड-19 महामारी में सावधानियां बरतने बारे जागरूक करते हुए बताया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन 24 घंटे दिन-रात कार्य करती है। जरूरत पड़ने पर 1098 टोल फ्री नंबर पर डायल करके चाइल्डलाइन की मदद ले सकते हैं। टीम में चंचल व शिव प्रताप मौजूद रहे।