अंबाला में झूला झूलने के दौरान अचानक नीचे गिरी दो बहनें, मौत
झूला झूलने के दौरान दो बहनें अचानक नीचे गिर गई। हादसे में दोनों बहनों की मौत हो गई।
जेएनएन, अंबाला। छावनी की रंगिया मंडी निवासी खड़क सिंह के घर उसका साला तीज का संधारा लेकर आया। देर शाम मामा का लड़का अपनी बुआ की बेटियों के साथ तीज की खुशी में झूला दिलाने के लिए हाथीखाना मंदिर ले गया। गेट के बाहर लगे झूले पर चार चचेरे भाई-बहन बैठे झूल रहे थे कि अचानक दो बहनें करीब 25 फुट झूले से नीचे इंटरलाकिंग टाइलों वाली सड़क पर आ गिरी। घटना के बाद झूला संचालक मौके से फरार हो गया। लोगों ने घायलों को छावनी के नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की पहचान अंजली (18 वर्षीय) व दीपमाला (25 वर्षीय) रंगिया मंडी के रूप में हुई। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी अस्पताल में पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। पुलिस ने देर रात झूला संचालक के खिलाफ सदर थाने में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
इस तरह हुई घटना
हुआ यूं कि खड़क सिंह निवासी रंगिया मंडी के घर रविवार को उसका साला किशोरी लाल मेरठ उत्तर प्रदेश से तीज लेकर आया हुआ था। ऐसे में मामा का बेटा विनय देर शाम के समय अपनी बुआ की बेटी अंजली व उसके ताऊ भगवान दास की बेटी दीपमाला व कविता (16 वर्षीय) को घुमाने के लिए हाथीखाना मंदिर ले गया। दीपमाला एक निजी अस्पताल में काम करती है और उसकी चचेरी बहन अंजली एसडी कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा है।
मंदिर गेट के बाहर ही झूला लगा हुआ था। ऐसे में विनय कुमार और कविता एक साथ बैठे हुए थे, जबकि दीपमाला उर्फ दीपू व अंजली एक साथ बैठे हुए थे। अचानक दीपू व अंजली झूला ऊपर की तरफ जाते ही वह नीचे सड़क पर आकर गिरी। घटना होते ही झूले वाला मौके से फरार हो गया। विनय ने उसके साथ बैठी कविता को भी नीचे गिरने से बचाया।
इसके बाद लहूलुहान बहनों को विनय ने अन्य लोगों की मदद से अस्पताल में दाखिल करवाया जहां दोनों की मौत हो गई। अन्य परिजनों का भी अस्पताल में तांता लग गया। भाई विनय व मौसी शकुंतला अस्पताल में बेहोश हो गई जिन्हें काफी देर बाद होश आया। परिजनों के मुताबिक मृतक दीपमाला का रिश्ता हो रखा था। वहीं निगम की पूर्व पार्षद चित्र सरवार ने भी अस्पताल में परिजनों को ढांढस बंधाया।
मंदिर कमेटी सदस्य बोले- झूला लगाने की नहीं थी कोई परमिशन
वहीं दूसरी ओर जिस जगह यह झूला लगा हुआ है वह बिल्कुल हाथीखाना मंदिर गेट के बाहर है। मंदिर कमेटी सदस्यों का कहना है कि उन्होंने मंदिर सीमा के अंदर किसी को झूला लगाने की परमिशन नहीं दी है। वहीं नगर निगम अफसरों का कहना है कि उनकी तरफ से भी वहां कोई झूला लगाने का कोई परमिशन नहीं है। ऐसे में बिना कोई परमिशन के ही यह झूला लगाया हुआ था। वहीं, घटना पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दुख जताया।
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