24 ब्लैक स्पॉट : कागजों और बैठक तक ही सिमटी रोड सेफ्टी, जान गंवा रहे लोग
ट्विन सिटी में 24 ब्लैक स्पॉट ऐसे हैं जहां 24 घंटे हादसे का खतरा मंडराता रहता है। इन्हीं ब्लैक स्पॉटों पर सबसे ज्यादा हादसे हुए और लोगों ने जान गंवाई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : ट्विन सिटी में 24 ब्लैक स्पॉट ऐसे हैं, जहां 24 घंटे हादसे का खतरा मंडराता रहता है। इन्हीं ब्लैक स्पॉटों पर सबसे ज्यादा हादसे हुए और लोगों ने जान गंवाई। ट्रैफिक विभाग ने रोड सेफ्टी विग के साथ मिलकर इन स्थानों को चिन्हित किया था। योजनाबद्ध तरीके से यहां पाई गई खमियों को दूर करने का दावा किया गया। जब दैनिक जागरण द्वारा इन स्थानों की पड़ताल की गई तो कुछ भी नजर नहीं आया गया। यहां तक ट्रैफिक को सुचारू करवाने के लिए कर्मचारी भी इधर-उधर बैठे मिले। कोई सूचना पट तक नजर नहीं आया। यानी कागजों और बैठक तक ही कार्रवाई नजर आई, जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं है। अब तक इतने गंवा चुके जान
जनवरी से अब तक इन दो माह में करीब 60 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 40 घायल और 30 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दो साल (2018-19) के ग्राफ पर नजर दौड़ाई जाए तो जिले में कुल 1011 सड़क हादसे हुए हैं जिनमें 503 लोगों की मौत व 811 लोग घायल हुए हैं। यह चिन्हित किए गए 24 ब्लैक स्पॉट
शास्त्री कट एनएच-44, मोहड़ा, ओवर ब्रिज बलदेव नगर 152, जंडली ओवर ब्रिज एनएच-44, एम क्रॉसिग, छोटा खुड्डा एनएच-444ए, तेपला, मनका-मनकी एनएच-73(344), सुल्तानपुर कट एनएच-152, काली पल्टन एनएच-44, देवी नगर, मंजी साहिब गुरुद्वारा एनएच-44, धीन एनएच-73(344), कालपी, बलाना एनएच-65, कालका चौक एनएच-65, अंबाला चौक एनजीएच एनएच-72, धननाना एनएच-72, अधोया एसएच-4, डेहर अंबली एसएच-1, मारकंडा पुल एसएच-1 तथा सब्जी मंडी ओडीआर शामिल हैं। देहात में यह हैं डेंजर जोन
मुलाना में दोसड़का-बराड़ा बंसल पैलेस के सामने, एमएम रोड पर होली मार्ग, जगाधरी-मुलाना पर एमएम मोड़, अधोया चौक, कालपी चौक।। इसी तरह बराड़ा में त्रिवेणी चौक तथा साहा में मेन साहा चौक है। वहीं नारायणगढ़ में शहजादपुर मोड़, बस स्टैंड के पास, डैहर गांव के पास साढ़ौरा रोड पर, बपौली रोड पर बखुआ गांव के पास, इसी तरह शहजादपुर में एनएच-72 पर टी-प्वाइंट, नारायणगढ़ मोड़, वाई प्वाइंट पीडब्ल्यूडी कार्यालय के नजदीक तथा मुख्य बस स्टैंड के पास डेंजर जोन बने हुए हैं। जुर्माना बढ़ाने के बाद भी नहीं हुआ कंट्रोल
हादसों का ग्राफ कम करने के लिए सरकार ने जुर्माना दस गुना कर दिया। बावजूद इसके हादसों से सड़कें खून से लाल हो रही हैं। हालांकि 2019 में हादसे कम हुए हैं, परंतु सख्ती के बावजूद खासकर दोपहिया वाहन चालक नियमों को तोड़ते हुए दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। पुलिस की तरफ से चलाए गए जागरूकता अभियान भी कारगर नहीं रहे। ट्विन सिटी में टॉप 5 ब्लैक स्पॉट
अंबाला कैंट का शास्त्री कट, मोहड़ा चौक, अंबाला शहर में ओवरब्रिज बलदेव नगर, जंडली ओवरब्रिज और एम क्रॉसिग। इन्हीं जगहों पर ज्यादातर लोगों की जान गई है। वर्जन
ऐसी बात नहीं पिछले दो सालों में सड़क हादसे कम हुए हैं। जहां-जहां सड़क हादसे सबसे ज्यादा हुए हैं वहां हमने रिफ्लेक्टर टेप लगाए हैं। यदि वहां बनी कोई पुलिया टूटी मिली उसे भी ठीक करवाया गया है। इसके अलावा कर्मचारियों को ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कहा गया है।
-मुनीष सहगल, डीएसपी, ट्रैफिक विभाग।